PROXIMA STEEL के हक में उतरी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, विवाद की सच्चाई आई सामने
जालंधर/ENS: फोक्ल प्वाईंट में स्थित PROXIMA STEEL & FORGING (P) LTD और OK TOOLS के संचालक के बीच फैक्टरी को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। जिसके बाद आज सुबह ओके टूल्स के मालिक Sharad Aggarwal ने सीपी दफ्तर में प्रर्दशन कर PROXIMA STEEL & FORGING (P) LTD के मालिकों पर धक्केशाही का आरोप लगाया था।
मगर इस मामले मे उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब दूसरे पक्ष PROXIMA STEEL & FORGING (P) LTD के प्लांट मैनेजर राहुल ठाकुर ने मीडिया समक्ष पूरे मामले की सच्चाई बयान करते बताया कि बीते दो साल पहले उन्होने शरद अग्रवाल से प्लाट नंबर 26 ओके टूल्स नामक फैक्टरी खरीदी थी। जिसकी पूरी पेमेंट करके रजिस्ट्ररी करवाई गई, मगर शरद अग्रवाल ने फैक्टरी का कब्जा नहीं दिया और मदद के आधार पर एक साल का समय मांगा। जिसके बाद इंड्रस्टियल एसोसिएशन के सामने शरद अग्रवाल को बिना किराया लिए एक साल का समय दिया गया मगर उसने एक साल बाद भी फैक्टरी खाली नही की गई।
PROXIMA STEEL के मालिकों ने जब साल पूरा होने पर OK Tools को खली करने के लिए कहा, तो बार फिर Sharad ने एक साल का समय मांगा। यह समय जुलाई 2025 में खत्म हो गया था, लेकिन इस बार शरद अग्रवाल की नीयत बदल गई जिस कारण वह फैक्टरी का कब्जा खाली नहीं कर रहा था। जिसका पता चलते ही इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के सदस्यों ने शरद अग्रवाल का बायकाट कर उसे फैक्टरी तुरंत खाली करने के लिए चेतावनी तक दे दी जिस कारण वह PROXIMA STEEL के मालिकों पर झूठे आरोप लगा रहा है।
प्लांट मैनेजर राहुल ठाकुर ने कहा कि ओके टूल्स के मालिक जानबूझ कर अपनी लेबर को भड़का रहे हैं। लेबर का दो महीनो का वेतन रोककर और जानबूझ कर उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन करवा रहे हैं। असल में लेबर का कोई कसूर नहीं है वह सिर्फ अपनी सैलरी लेने के लिए ही उसका साथ दे रहे हैं। PROXIMA STEEL के संचालक लेबर का दर्द अच्छी तरह से समझते हैं। यदि उन्हें कही और काम नहीं मिलता, तो फैक्ट्री के दरवाजे लेबर के लिए खुले है।
राहुल ने कहा कि उनके वर्कर शांत तरीके से फैक्टरी के बाहर बैठे हैं और ओके टूल्स के मालिक झूठा प्रचार करके प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन को इस मामले में जांच करके जल्द लेबर और उनके मालिकों से धोखाधड़ी करने वाले आरोपी के खिलाफ कानूनी कारवाई करनी चाहिए। वहीं सूत्रों की मानें, तो जल्द ही इंडस्ट्रियल एसोसिएशन इस मामले मे एक इतिहासिक फैसला लेने की तैयारी कर रही है।