ऊना/सुशील पंडित: एचपीयू में बड़ी गिनती में फेल हुए छात्रों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। अब सभी छात्र संगठनों ने एकजुट होकर एचपीयू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एचपीयू के प्रथम वर्ष के नतीजे आने के बाद बीएससी के लगभग 80 से 85 प्रतिशत छात्रों के फेल होने से छात्र संगठन स्तब्ध और रोष में हैं। इसी मुद्दे पर एनएसयूआई की बंगाणा इकाई ने भी शुक्रवार को रोष प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष नीरज ठाकुर की अध्यक्षता में बंगाणा कॉलेज के उप प्राचार्य रेखा शर्मा को कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि पेपरों की नए सिरे से चैकिंग की जाए। पेपर चैक करने वालों या रिजल्ट बनाने वालों से कहीं बड़ी चूक हुई है क्योंकि यह पहली बार है कि किसी भी कक्षा का पास रिजल्ट महज 15 प्रतिशत रहा हो।
छात्रों में इसके चलते भारी रोष है। उन्होंने बताया कि रिजल्ट पर सवालिया निशान तो तभी लग गए थे जब परिणाम को चार महीने की देरी से घोषित किया गया। जब रिजल्ट आया तो पता चला कि 85 प्रतिशत विद्यार्थी तो फेल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस बार पेपर चैक करने का ठेका किसी कंपनी को दिया गया था जिस कारण कंपनी ने कोताही बरतते हुए बच्चों को फेल ही कर दिया।
किसी प्राइवेट कंपनी पेपरों की चैकिंग अगर ठेके पर दी जाएगी तो ऐसा ही होगा। जल्दबाजी में पेपर चैक करने का ही नतीजा है कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो गया। उन्होंने कहा कि यदि अगर पेपरों की चेकिंग दोबारा नहीं हुई, तो प्रदेश स्तर पर उग्र प्रदर्शन किए जाएंगे और इसकी जिम्मेदारी एचपीयू की होगी। इस मौके पर रीतिका ठाकुर, कामना, कामिनी, राहुल, करण, शानू सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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