चंडीगढ़ : पंजाब और हरियाणा का डेपुटेशन कोटा खत्म कर दिया गया। चीफ सेक्रेटरी राजीव वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद सभी विभाग निदेशक और सचिव को स्पष्ट किया गया है कि चंडीगढ़ प्रशासन में आने वाले हर कर्मचारी-अधिकारी को केंद्र के नियमानुसार डेपुटेशन की सुविधा दी जाएगी। अब पंजाब और हरियाणा के लिए कोई कोटा फिक्स नहीं होगा। पंजाब और हरियाणा के कर्मचारियों को अधिकारियों को नियमानुसार 3 और 5 वर्ष वापिस जाना होगा।
गौरतलब है कि चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में 4515 में से 820 टीचर्स, जबकि स्वास्थ्य विभाग में 164 में से 98 मेडिकल ऑफिसर्स पोस्टों पर डेपुटेशन कोटा आरक्षित किया गया था। इन पोस्टों पर हमेशा पंजाब और हरियाणा के अधिकारी और कर्मचारी डेपुटेशन कोटे की दुहाई देकर आते थे। डेपुटेशन कोट के तहत नियुक्ति के कारण शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग में ना समय पर भर्ती हो पाती थी और ना ही प्रमोशन हो पाती थी। चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से जारी किए गए निर्देशों से अब विभागों में चंडीगढ़ कैडर के तहत भर्ती डॉक्टर टीचर्स की नियमित प्रमोशन का रास्ता साफ हो गया है।