उठाएंगे हिमाचल के हक की आवाज और दलबदल कानून पर सख्ती की रखेंगे सख्त मांग
ऊना/सुशील पंडित: धर्मशाला में देश भर के विधान सभा अध्यक्षों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। यह सम्मेलन न केवल संसदीय प्रक्रियाओं की मजबूती के लिए एक मंच है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश के अधिकारों और जरूरतों को राष्ट्रीय स्तर पर रखने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है। हिमाचल प्रदेश सरकार के विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बंगाणा में कहा कि इस सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष करेंगे।
विस अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भू-आकृतिक और पर्यावरणीय विशिष्टताओं को देखते हुए केंद्र सरकार को इस राज्य के साथ विशेष व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम पानी, जंगल और पर्यावरण के संरक्षण में सबसे आगे हैं, फिर भी इन संसाधनों पर हमारा हक क्यों नहीं माना जाता? कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे पर्वतीय राज्यों को संसाधनों की उपलब्धता और उनका उपयोग करने के अधिकार में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य जलविद्युत उत्पादन में अग्रणी है, लेकिन इसका लाभ पूरी तरह से राज्य को नहीं मिल पाता। “हमें न केवल इन संसाधनों को बचाने का जिम्मा सौंपा गया है, बल्कि इससे मिलने वाले लाभ से भी वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और ज़मीन पर स्थानीय समुदायों का अधिकार सुरक्षित किया जाना चाहिए, और इसके लिए केंद्र व राज्य सरकारों को मिलकर एक ठोस नीति बनानी होगी।
राजनैतिक दल-बदल कानून को सशक्त बनाने पर देंगे जोर
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि राजनीतिक दल-बदल कानून की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए इसे और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा । उन्होंने कहा कि यह कानून ऐसे नेताओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है जो चुनाव जीतने के बाद सत्ता के लालच में दल बदल लेते हैं, जिससे सरकारें अस्थिर होती हैं। हमारा लोकतंत्र मजबूत तभी होगा जब निर्वाचित प्रतिनिधि जनादेश का सम्मान करें।पठानिया ने कहा कि हम इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में यह प्रस्ताव रखा कि विधानसभा अध्यक्षों की यह बैठक इस दिशा में एक ठोस सिफारिश करेंगे। ताकि दल-बदल विरोधी कानून को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके।
कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा को मंच से आशीर्वाद
पीपलू मेला कार्यक्रम के दौरान एक भावनात्मक क्षण भी देखने को मिला, जब विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कुटलैहड़ से कांग्रेस विधायक विवेक शर्मा को खुले मंच से आशीर्वाद दिया। उन्होंने विवेक शर्मा के पिता स्वर्गीय रामनाथ शर्मा को याद करते हुए कहा कि वह मेरे घनिष्ठ मित्र रहे हैं। उनके पुत्र को इस मंच पर देखकर भावुकता स्वाभाविक है। इस बयान ने न केवल राजनीतिक शिष्टाचार को प्रदर्शित किया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि हिमाचल की राजनीति में पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंधों का कितना महत्व है।