पंचकूलाः आईटी पार्क में अगस्त महीने में चल रहे 3 फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नरेंद्र कुमार निवासी झज्जर, हरियाणा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि नरेंद्र कुमार के पास 5 करोड़ की ज्वैलरी रखवाई हुई थी। आज पुलिस ने नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट से आरोपी का 3 दिन का पुलिस रिमांड मिला है। सीआईए के जांच अधिकारी विजय कुमार ने बताया के रिमांड के दौरान आरोपी नरेंद्र से 3 करोड़ की ज्वैलरी अभी बरामद करनी बाकी है।
पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने कहा कि अगस्त 20 ओर 21 की रात को सेक्टर 22 के आईटी पार्क में चल रहे 3 कॉल सेंटर पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में मोबाइल, लैपटॉप बरामद किए थे। इस दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हरियाणा पुलिस का एक कर्मचारी एएसआई सतीश भी अगस्त महीने में 3 कॉल सेंटरों में हुई रेड में शामिल था। 20 और 21 अगस्त की रात को कमिश्नर व डीसीपी मनप्रीत सूदन और 3 पुलिस टीम के द्वारा सेक्टर 22 में 3 कॉल सेंटर में रेड की गई थी और छापेमारी के दौरान 85 लोग गिरफ्तार किए गए थे। इस दौरान 160 लैपटॉप और 40-45 मोबाइल और सिम ,बॉक्स मिले थे व लाखों की संपत्ति भी फ्रिज करवाई थी।
जिसके बाद सारा मामला खुद ईडी को रेफर किया गया था। इस मामले में फर्जी कॉल सेंट्रर के 2 मालिक पकड़े गए थे। दोनों आरोपियों ने बताया था कि एएसआई सतीश नोडल साइबर थाने में कार्यरत था और जींद में पोस्टेड था इसमें उसका हाथ था और वह संरक्षण के नाम पर पैसे लेता था। इस मामले में एएसआई सतीश को गिरफ्तार करने का प्रयास किया, लेकिन उसके द्वारा हाईकोर्ट से जमानत ले ली। जिसके बाद उसे जांच में शामिल किया और सतीश ने एक कर्मचारी सिद्धार्थ का भी नाम लिया। जिसको आगे जांच में शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस मामले में कहा जा रहा है कि कोई भी मालिक नहीं पकड़ा गया। जबकि इस मामले में 10 मालिकों में से पुलिस ने 6 मालिकों को गिरफ्तार किया है और 4 मालिकों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल वह फरार चल रहे हैं और पुलिस उनके पीछे लगी हुई है। उन्होंने बताया कि जींद पुलिस अधीक्षक ने एएसआई सतीश को नौकरी से डिसमिस कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पंचकूला पुलिस पारदर्शिता, निष्पक्षता और सख्ती से कार्रवाई कर रही है और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे बक्शा नहीं जाएगा।