परिजनों ने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को लेकर उठाए सवाल, पीएम मोदी से की अपील
जालंधर, ENS: रूस यूक्रेन जंग में रूसी आर्मी में भर्ती हुए भारतीय लोगों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जंग के दौरान रशिया में मिसिंग हुए लोगों को लेकर पारिवारिक सदस्यों को रशिया सरकार को दस्तावेज दिखाने पड़ते है कि यह लोग आर्मी में भर्ती हुए है। रशिया सरकार दस्तावेज को लेकर बड़ी अपडेट सामने सामने आई है और आर्मी में भर्ती हुए भारतीयों के कॉन्ट्रैक्ट के दस्तावेज भी सामने आए है।
मामले की जानकारी देते हुए पंजाब के जालंधर से जगदीप कुमार ने दस्तावेज में दिखाया गया कि मास्को से राज अग्निहोत्री, बुधराम, ओम चंद्रकांत, जहूर अहमद, तेजपाल सिंह भर्ती हुए है। वहीं जगदीप सिंह ने बताया कि उसका मनदीप कुमार रूस के सेंट पीटरवर्ग में भर्ती हुआ था। जगदीप ने बताया कि उनके भाई मनदीप कुमार के साथ यूपी आजमगढ़ के 6 से 7 लोग भर्ती हुए और उनके बॉर्डर पर लड़ने को भेजा गया था। जगदीप कुमार ने आरोप लगाया कि भारतीय दूतावास मास्को ने उसकी किसी प्रकार भी सहायता नही करी है। जगदीप ने कहा कि पिछले दिनों देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रसिया जाकर आए हैं और उन्हें उम्मीद है कि देश के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री जय शंकर उनकी सहायता करेंगे जिसे लेकर उन्होंने अपील भी की है।
लेकिन इसके बावजूद उन्होंने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूसरा आवास पर कई प्रकार के सवाल खड़े किए हैं और 2 साल से लापता हुए उनके भाई समेत कई लोगों के बारे में जानकारी देने को कहा है। सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक बताया जा रहा है कि आदमगढ़ के 6 लोगों की मौत हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार रशिया की फाउंडेशन को सारे सबूत मिल रहे है, लेकिन वहां की सरकार भारत को इस बारे में कोई अहम जानकारी नहीं दे रही है। वहीं जंग में मारे गए लोग और फौजियों की दिल दहलाने वाली वीडियो भी आई है। जिसमें वहां के हालत देख आप भी दंग रह जाएंगे। दरअसल, बॉर्डर पर पड़े हुए शवों को देख हर किसी की आंखे नम हो जाएंगी।