अमृतसर: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले की दो साल की मासूम आइज़ा अनजुम आज अटारी वाघा बॉर्डर पर अपनी माँ से दूर हो गई। भारत सरकार के फरमान के अनुसार उसकी माँ अति असलम को हाल ही में भारत छोड़कर पाकिस्तान वापस जाना पड़ा, जिससे पूरा परिवार सदमे में था।
लड़की के पिता अनजुम तनवीर ने भावुक होकर कहा कि दो साल की लड़की अपनी माँ के बिना कैसे रहेगी? वह अभी भी अपनी माँ का दूध पी रही थी और अब उसकी देखभाल कौन करेगा?” दोनों ने इस दर्दनाक बिछड़े के लिए वीज़ा नियमों और सख्त प्रशासनिक फैसलों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
अनजुम तनवीर ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि “पहलगाम घटना में अपने अजीजों को खोने वाले परिवार वापस नहीं आ सकते, लेकिन हमारे बच्चों का क्या कुसूर है? सरकार को हमारे प्रति भी रहम करना चाहिए।”
अनजुम की बहन जुबिना ने बताया कि उसके भाई का विवाह पांच साल पहले पाकिस्तान के गुज़रांवाला की अति असलम के साथ हुआ था। विवाह के बाद, असलम भारत आ गई और अपने परिवार के साथ राजौरी में रह रही थी, लेकिन हाल ही में उसे अपने देश वापस जाना पड़ा, जिससे बच्चे और परिवार को बहुत दुःख हुआ।
उन्होंने कहा कि कल जम्मू कश्मीर पुलिस का फोन आया कि अपनी वेरिफिकेशन करवाकर जाएं, मेरे भाई और भाभी अपनी वेरिफिकेशन कराने के लिए गए थे । जिसके बाद उन्हें गाड़ी में बिठा लिया और अमृतसर अटारी बागा बॉर्डर पर ले आए। जब परिवार को इस बात का पता हुआ, तो उनके पीछे कल शाम को यहां पहुँच गए। आज सुबह अटारी वाघा सीमा से भाभी को पाकिस्तान भेज दिया गया है।
यह घटना भारत-पाक संबंधों और वीज़ा प्रणाली के मानव पहलू को सामने लाती है, जहाँ मासूम बच्चे भी बिछड़े और असुरक्षा का सामना कर रहे हैं।