जालंधर, ENS: हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का खास महत्व है। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को पड़ रहा है। इस व्रत में सुहागिनें चांद को देखने के बाद ही व्रत खोलती हैं, इसलिए ही करवा चौथ पर चांद के निकलने का इंतजार रहता है। ज्योतिषी के अनुसार चंद्रमा रात 8.14 से 8.36 बजे तक देखा जा सकता है। यह चांद अलग-अलग शहरों में अलग-अलग समय पर दिखाई देगा लेकिन यह मौसम पर निर्भर करता है।
वहीं पंजाब के फरीदकोट 8.19, अमृतसर 8.15, जयपुर 8.20, अजमेर 8.32, चंडीगढ़ 8.10, पंचकूला 8.10, लुधियाना 8.15, फिरोजपुर 8.19, मोगा 8.18, फाजिल्का 8.24, बठिंडा 8.20, पटियाला 8.13, संगरूर 8.17, रोपड़ 8.12, नवांशहर 8.14, कपूरथला 8.14, पठानकोट 8.15, जम्मू 8.12, होशियारपुर 8.12 तक चांद दिखाई देगा जबकि अंबाला 8.11, रोहतक 8.17, पानीपत 8.15, हिसार 8.21, सिरसा 8.22, कैथल 8.15, जींद 8.17, दिल्ली 8.16, फरीदाबाद 8.15, गुरुग्राम 8.16, श्रीगंगानगर 8.26, बीकानेर 8.34 तथा शिमला में 8.09 बजे दिखाई देगा।