बोघ सिंह मानसा और अन्य नेताओं को पुलिस ने लिया हिरासत में
खरड़ः भारतीय किसान यूनियन द्वारा धान की खरीद को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री के आवास को घेरने की घोषणा की गई थी। वहीं किसानों की घोषणा के बाद खरड़ पुलिस प्रशासन द्वारा खरड़-लुधियाना हाईवे को भागो महाराज टोल प्लाजा के पास बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया है। बताया जा रहा हैकि जिसके चलते किसानों द्वारा सड़क पर धरना लगा दिया गया। ऐसे में किसी को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा था, यहां तक कि कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी वापस लौटना पड़ रहा है।
दूसरी ओर चंडीगढ़ में किसान भवन में किसान संयुक्त मोर्चा की 32 जत्थेबंदियों के नेताओं द्वारा आज विशेष मीटिंग बुलाई गई है। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग से पहले बोघ सिंह मानसा और अन्य नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। दूसरी ओर, किसान नेता हरिंदर सिंह लाखोवाल ने कहा है कि भले ही उन्हें मुख्यमंत्री भगवंत मान का पत्र मिला है, जिसमें उन्होंने उन्हें 19 अक्टूबर को बातचीत के लिए पंजाब भवन में आमंत्रित किया है। लेकिन अब सभी नेता पंजाब से पंजाब किसान भवन पहुंच रहे हैं और उनके साथ बैठक कर क्या फैसला लिया जाता है, उसके बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा।
इस बीच चंडीगढ़ प्रशासन ने भी किसान भवन पर भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी है। किसान नेता जंगवीर सिंह चौहान ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा बैठक से पहले किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया। उधर, किसान नेता रमिंदर सिंह पटियाला ने पंजाब सरकार को चेतावनी दी है कि अगर कई प्रमुख नेताओं समेत उनके साथियों को तुरंत रिहा नहीं किया गया तो वे बड़ा फैसला लेने से नहीं हिचकिचाएंगे और पंजाब की सड़कें जाम कर देंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि ये बातें नहीं चलतीं कि एक तरफ आप मीटिंग के लिए निमंत्रण देते हैं और दूसरी तरफ हमारे साथियों को चंडीगढ़ पुलिस हिरासत में ले लेती है।