कोलकाताः पुलिस की एंटी-राउडी सेक्शन ने बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए बांग्लादेशी मॉडल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मॉडल के कब्जे से भारतीय आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड जैसे कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान 28 वर्षीय शांता पाल निवासी बारीसाल, बांग्लादेश के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि शांता पाल फर्जी तरीके से जादवपुर इलाके में रह रही थी। कोलकाता पुलिस ने छापेमारी कर बांग्लादेशी मॉडल को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार शांता पाल के पास वीजा नहीं था।
वह भारत में आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड बनाकर कई साल से रह रही थी। शांता पॉल बांग्लादेश में टीवी एंकर और अभिनेत्री रह चुकी है। कई ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भी हिस्सा ले चुकी है। पुलिस अब UIDAI, चुनाव आयोग और फूड डिपार्टमेंट से संपर्क कर रही है कि कैसे भारत के दस्तावेज कैसे बने? मॉडल शांता पॉल के फ्लैट से बांग्लादेशी पासपोर्ट, रीजेंट एयरवेज का कर्मचारी कार्ड, ढाका बोर्ड का परीक्षा प्रवेश पत्र, दो अलग-अलग पते वाले आधार कार्ड, वोटर आईडी और राशन कार्ड बरामद किए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, शांता पॉल 2024 से एक शख्स के साथ जादवपुर इलाके में किराए के मकान पर रहती थी। इसके साथ मॉडल रहती थी। अब उस शख्स की भी पहचान की जा रही है। कोर्ट ने उसे 8 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। पुलिस पूरे मामले में छानबीन कर रही है। हर एंगल से जांच की जा रही है कि आखिर अवैध तरीके से रहने का मकसद क्या था? मॉडल के पास से बांग्लादेशी माध्यमिक स्कूल सर्टिफिकेट और एयरलाइन आईडी कार्ड भी मिले हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शांता ने किस दस्तावेज के आधार पर अपना आधार कार्ड हासिल किया। इसके लिए लालबाजार ने यूआईडीएआई अधिकारियों से संपर्क किया है।
कोलकाता पुलिस सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेशी मॉडल के पास से बरामद बांग्लादेशी पासपोर्ट और वीजा की अवधि कई महीने पहले ही समाप्त हो चुकी थी। यह मॉडल पहले बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल आती-जाती थी। वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वह बांग्लादेश नहीं लौटी। कोलकाता के जादवपुर की रहने वाली बांग्लादेशी मॉडल शांता पाल ने दो फर्जी आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड बनवाए थे। पुलिस पूरे मामले की आगे जांच कर रही है।
गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक शांता पाल का आंध्र प्रदेश के शेख मोहम्मद असरफ नाम के एक व्यक्ति के साथ विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र बरामद किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने शेख मोहम्मद असरफ का ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद किया है। विवाह प्रमाणपत्र के अनुसार, उनकी शादी 5 जून को हुई थी। साथ ही संदिग्ध तरीके से शांता पाल के हर दस्तावेज में अलग-अलग जगह का पता दिया गया है। जैसे, आधार कार्ड में बर्धमान जिले का पता। वह जादवपुर थाना अंतर्गत विक्रमगढ़ में किराए पर रहता था। पुलिस बरामद सभी जानकारियों की जांच कर रही है।