लुधियानाः केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू के पुश्तैनी शहर दोराहा में करीब 18 साल से रेलवे पुल का प्रोजेक्ट रुका पड़ा है। इसे लेकर पायल से विधायक मनविंदर सिंह ग्यासपुरा ने इलाके के लोगों को साथ लेकर रेलवे फाटक पर धरना दिया। उन्होंने अंबाला-लुधियाना रेलवे ट्रैक रोकने की चेतावनी भी दी।
बाद में रेलवे अधिकारी मौके पर आए और जल्द काम शुरू कराने का भरोसा दिलाया। करीब ढाई महीने पहले इस पुल को लेकर बिट्टू ने पंजाब सरकार को घेरा था। उन्होंने सीएम भगवंत मान पर जानबूझकर विकास में रुकावट बनने के आरोप लगाए थे, तभी अगले ही दिन विधायक ग्यासपुरा ने पंजाब सरकार द्वारा जारी एनओसी की कापी दिखाकर दावा किया था कि यह काम रेलवे ने पूरा करना है। इस मसले में सोमवार को ग्यासपुरा ने धरना लगाया।
ग्यासपुरा ने कहा कि केंद्रीय राज्य रेल मंत्री बिट्टू धूरी में उद्घाटन कर रहे हैं, उनके पुश्तैनी शहर दोराहा में पुल का काम रोका गया है। यहीं पर रामपुर गांव में बिट्टू की बुआ रहती हैं। वह अपनी बुआ के गांव को छोड़ दूसरे शहरों में विकास करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर रेलवे अधिकारियों ने काम शुरू नहीं कराया तो अनिश्चितकालीन समय के लिए रेलवे ट्रैक पर धरना दिया जाएगा।
उधर, मौके पर पहुंचे अंबाला डिवीजन के सीनियर असिस्टेंट डिवीजनल मैनेजर अमरजीत ने कहा कि उच्च स्तर पर मीटिंग की जा रही है। कुछ ही समय में टेंडर काल किए जाएंगे और जल्द काम शुरू करवा दिया जाएगा।
यह है पूरा मामला
वर्ष 2007 से दोराहा से रोपड़ तक फोर लेन प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, लेकिन दोराहा में रेलवे लाइनों के ऊपर बनने वाले पुल को लेकर काफी समय से जद्दोजहद चलती रही। पुल बनाने वाली कंपनी ने पंजाब सरकार के खिलाफ केस लगा दिया था। लंबी कानूनी लड़ाई में अभी भी प्रोजेक्ट रुका पड़ा है। काफी समय पहले केंद्र सरकार के इस रेलवे पुल पर करीब 70 करोड़ रुपए खर्च आना था, लेकिन अब यह लागत 100 करोड़ तक पहुंच गई है। केंद्र सरकार ने पुल पास किया हुआ है। रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज रेलवे की तरफ से बनाया जाना है। इसके लिए पंजाब सरकार एनओसी जारी कर चुकी है, लेकिन अब तक काम नहीं हुआ है जिसके चलते लोगों ने धरना दिया।