जालंधर (ens): मेहरचंद पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. जगरुप सिंह ने कॉलेज को नेशनल अवॉर्ड मिलने के बाद छात्रों के साथ बात की। इस मौके पर कॉलेज के बाकी विभागों के छात्र प्रतिनिधि भी मौजूद थे। डॉ. जगरुप सिंह ने छात्रों को इस उपलब्धि पर बधाई दी और यह भी बताया कि यह अवॉर्ड कॉलेज को क्यों और कैसे मिला। उन्होंने इस अवॉर्ड से जुड़े सभी पहलुओं पर छात्रों के साथ चर्चा की।
उन्होंने एक-एक करके उन सभी पहलुओं का जिक्र किया जिनके आधार पर AICTE जैसी जानी-मानी रिसर्च आधारित संस्था किसी पॉलिटेक्निक कॉलेज का चयन करती है। उन्होंने कॉलेज की मजबूतियां, संभावनाएं और कमजोरियों पर भी खुलकर बात की।

उन्होंने बताया कि AICTE द्वारा प्राथमिकता दिए गए मानकों में शामिल है- कॉलेज में छात्रों की संख्या, साल दर साल की पास प्रतिशत, प्लेसमेंट, रिसर्च, नए कोर्स, गांव में टेक्नोलॉजी पहुंचाने के प्रयास, फैकल्टी और छात्रों के रिसर्च पब्लिकेशन, केंद्रीय ग्रांट की प्राप्ति, इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, छात्रों की सीखने की प्रक्रिया तक पहुंच, टैलेंट और परिणाम, फैकल्टी और छात्रों को मिलने वाले अवॉर्ड, आंतरिक वित्तीय संसाधनों की स्थिति, फैकल्टी ट्रेनिंग, योग्यता में सुधार, पीएचडी और मास्टर्स डिग्री धारक स्टाफ की संख्या, सेमिनारों और विशेषज्ञों के व्याख्यान, एनबीए एक्रेडिटेशन प्रोग्राम की सफलता, स्टाफ और छात्रों का फीडबैक।
डॉ. जगरुप सिंह ने कहा कि NBA एक्रेडिटेशन और नेशनल अवॉर्ड हासिल करना भले ही आसान लगे परंतु इसे बनाए रखना बहुत ही मुश्किल काम है। इसके लिए स्टाफ और छात्रों को लगातार मेहनत करनी पड़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि पूरे भारत में सिर्फ तीन पॉलिटेक्निक कॉलेजों में हमारा कॉलेज चुना जाना अपने आप में एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है।
छात्रों और उनके प्रतिनिधियों ने इस दौरान प्रिंसिपल साहब को विश्वास दिलवाया है कि वे इसी तरह की प्रतिबद्धता के साथ मेहरचंद पॉलिटेक्निक कॉलेज की तरक्की और विकास के लिए काम करते रहेंगे और एक अच्छे इंजीनियर बनकर देश और पूरे कॉलेज का नाम रोशन करेंगे।