वाराणसीः जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में खाना कम पड़ने से हंगामा होने का मामला सामने आया है। करीब 100 से ज्यादा दूल्हा-दुल्हन और उनके घरवालों को बिना खाना खाए लौटना पड़ा। खाना न मिलने पर राज्यमंत्री और विधायकों की मौजूदगी में ही बारातियों और परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। बर्तन खाली देखकर कर्मचारी काउंटर छोड़कर भाग निकले। इस मामले पर बीडीओ ने जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी मुताबिक, हरहुआ में वीरवार को 193 जोड़ों के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। काशी कृषक इंटर कॉलेज में 193 जोड़ों ने 7 फेरे लिए। इसमें 4 मुस्लिम जोड़े भी शामिल थे। इस दौरान राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। अजगरा विधायक टी. राम समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
शादी की रस्मों के दौरान खाना शुरू हुआ। थोड़ी देर में ही पूरा खाना खत्म हो गया। समारोह में आए लोग एक-दूसरे से भिड़ गए। बर्तन खाली देखकर कर्मचारी काउंटर छोड़कर भाग निकले। दूल्हा-दुल्हन और उनके परिजन पत्तल लेकर एक काउंटर से दूसरे काउंटर का चक्कर लगाते दिखे।
समारोह में चोलापुर से पहुंचे युवक ने बताया कि किसी को प्लेट तो किसी को सिर्फ सब्जी मिली। स्टॉल पर खाना परोसने के लिए वेटर और विभागीय कर्मचारियों को लगाया गया था। जब काउंटर पर लोग पहुंचे तो चंद मिनटों में ही सभी खाने के बर्तन खाली हो गए। सभी वेटर भीड़ देखकर पंडाल छोड़कर भाग निकले। हमें न पूड़ी मिली और न ही सब्जी। नवविवाहित जोड़े खाली प्लेट से हवा लेते नजर आए।
बीडीओ हरहुआ बद्री प्रसाद वर्मा ने कहा कि खाने के स्टॉल पर अचानक भीड़ बढ़ गई। इस वजह से अफरा-तफरी मच गई। खाना निकालने को लेकर वेटरों से लोगों की बहस हो गई। इसके बाद वेटर वहां से भाग गए, जिससे व्यवस्था नियंत्रण के बाहर हो गई, क्योंकि भीड़ बहुत थी।
नियम के अनुसार, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में वर और वधू पक्ष से 10-10 कूपन दिए जाते हैं, जिन्हें देने के बाद ही खाना मिलता है। 193 जोड़ों की शादी हुई। ऐसे में 3,860 लोगों का खाना बनाया गया होगा। इसके बावजूद खाना कैसे कम हुआ, इसकी जांच की जाएगी।
सामूहिक विवाह समारोह में खाना कम पड़ने को लेकर डीएम और भाजपा विधायक ने अलग-अलग दावे किए। डीएम ने कहा कि जांच में पता चला कि कुछ बाहरी लोग कार्यक्रम में आ गए थे, इसलिए खाना कम पड़ गया। वहीं, भाजपा विधायक त्रिभुवन राम ने कहा कि ठेकेदार ने कम खाना बनाया था, इसलिए दिक्कत हुई। मैं इसकी शासन से शिकायत करूंगा। डीएम सत्येंद्र कुमार ने कहा कि सामूहिक विवाह समारोह में खाने की कमी पर हुए हंगामे की जांच कराई जा रही है। ठेकेदार और जिम्मेदार अफसरों की भूमिका की रिपोर्ट मांगी गई है।