चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले में पीपलकोटी में टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेंट कॉर्पोरेशन की टनल के अंदर मजदूरों को लाने वाली 2 लोको ट्रेन आपस में टकरा गई। इस हादसे को लेकर टनल में काम कर रहे मजदूरों में भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि घटना में 100 से अधिक मजदूर घायल हो गए। ये हादसा उस समय हुआ जब मजदूरों की शिफ्ट चेंज हो रही थी। इस दौरान दोनों ट्रेनों में भारी संख्या में मजदूर सवार थे। यह हादसा चमोली जिले में अलकनंदा नदी पर टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारर्पोरेशन (टीएचडीसी) की निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के साइट पर हुआ है।
इस दौरान निर्माणाधीन सुरंग में कर्मचारियों, श्रमिकों के आवागमन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दो ट्रालियां आपस में टकराकर पलट गईं। बताया जा रहा है कि ट्राली में 110 इंजीनियर, कर्मचारी और श्रमिक लोग सवार थे। वे काम खत्म करने बाद लौट रहे थे। 42 घायलों को जिला अस्पताल गोपेश्वर और 17 को विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में भर्ती कराया गया है। अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। दो घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घायलों में अधिकतर लोग बिहार, ओडिश और झारखंड के रहने वाले हैं। हादसे का प्रारंभिक कारण सामान ला रही ट्राली के ब्रेक फेल होना माना जा रहा है।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लोग और स्थानीय प्रशासन की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। घायलों को एंबुलेंस और दूसरी गाड़ियों से गोपेश्वर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी गौरव कुमार एवं एसपी सुरजीत सिंह पंवार जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचे और वहां भर्ती घायलों का हालचाल जाना तथा डॉक्टरों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए।
ज्यादातर मजदूर झारखंड और ओडिशा के रहने वाले हैं। घायल मजदूरों के परिजनों को भी सूचना दी जा रही है। बता दें कि टीएचडीसी की 448 मेगावाट की विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के लिए एचसीसी कंपनी पीपलकोटी के हाट गांव से हेलंग तक 13.5 किमी की सुरंग बना रही है। हाट गांव से सात किमी की सुरंग बन चुकी है। सुरंग निर्माण का कार्य 10 वर्ष से चल रहा है। इसमें करीब दो हजार कार्मिक रात-दिन काम रहे हैं।