बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के सोहेलवा वन क्षेत्र में एक बहुत दर्दनाक घटना हुई। एक तेंदुआ रात में घर के बरामदे में सो रहे डेढ़ साल के बच्चे को उसकी मां की गोद से उठा कर ले गया। अगले दिन सुबह बच्चे का क्षत-विक्षत शव गांव के पास जंगल में मिला। वन विभाग ने इस घटना की पुष्टि की है।
बच्चे की रोने की आवाज सुनकर मां की नींद खुली
मिली जानकारी के अनुसार घटना शनिवार रात की है। नेवलगंज के रेहरा झोहना गांव की महिला धन्नावती अपने डेढ़ साल के बेटे रोहित के साथ घर के बाहर बरामदे में सो रही थी। इसी दौरान रात लगभग 2 बजे बच्चे के रोने की आवाज सुनकर उनकी नींद खुली तो उन्होंने देखा कि एक तेंदुआ बच्चे को अपने मुंह में दबाकर ले जा रहा है। मां ने शोर मचाया, लेकिन जब तक घर वाले पहुंचे, तेंदुआ जंगल की तरफ भाग चुका था।
सुबह जंगल के पास मिला बच्चे का क्षत-विक्षत शव
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और खोजबीन शुरू की। कुछ ही समय बाद गांव के पश्चिम दिशा में जंगल के पास बच्चे का शव मिला। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
तेंदुए को पकड़ने के लिए लगाए जा रहे ट्रैप कैमरे
जिलाधिकारी विपिन जैन ने बताया कि तेंदुए की पहचान और खोज के लिए जंगल के आसपास ट्रैपिंग कैमरे लगाए जा रहे हैं। वन विभाग की तीन टीमें इस काम में लगाई गई हैं। इसके अलावा क्षेत्र में ड्रोन कैमरे लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं ताकि तेंदुए की लोकेशन का पता चल सके।
ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील
प्रशासन ने गांव वालों से कहा है कि घर के बाहर रात में लाइट जरूर जलाकर रखें। दरवाज़े और खिड़कियाँ अंदर से बंद करके सोएं। जंगल के किनारे रहने वाले लोग अपने बच्चों को दिन में भी अकेला बाहर न भेजें।