संगरूर: अकाली दल के सीनियर नेता सुखदेव सिंह ढींढसा के अंतिम भोग पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। अरदास का समागम संगरूर के नानक गुरुद्वारा साहिब में किया गया। राजनीतिक नेताओं ने कहा कि सुखदेव सिंह ढींढसा ने अपनी राजनीति के कार्यकाल मे दी गई सभी जिम्मेवारियों को अच्छी तरह निभाया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा का 89 साल की उम्र में निधन हुआ है। लंबे समय से बीमार रहने की वजह से उन्होंने राजनीति छोड़ी थी। मोहाली के अस्पताल में ढींढसा ने जीवन की अंतिम सांस ली। 2020 में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए ढींढसा ने केंद्र सरकार द्वारा दिया गया पद्म भूषण अवार्ड लौटा दिया था।
2024 मे ढींडसा को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसके बाद उन्होंने गोल्डन टेंपल में व्हीलचेयर पर बैठकर गेट पर पहरेदारी की थी।