श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता,इतिहास के पन्नो में दर्ज है उनका बलिदान: भुट्टो
ऊना/सुशील पंडित: कुटलैहड़ के बंगाणा में स्थित भाजपा कार्यालय, बंगाणा में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 76वीं पुण्यतिथि पर एक विशेष श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन कुटलैहड़ भाजपा मंडल द्वारा किया गया, जिसमें कुटलैहड़ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक दविंदर भुट्टो मुख्यतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने दिवंगत श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनकी दूरदर्शिता, बलिदान और राष्ट्रहित पर बल दिया। समारोह की शुरुआत भाजपा मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र मलांगड़ की अध्यक्षता में हुई। भाजपा कार्यालय बंगाणा में उपस्थित कार्य कर्ताओं, बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं, महिलाओं, युवा मोर्चा सदस्यों और स्थानीय गणमान्य नागरिकों ने भावभीन श्रद्धांजलि अर्पित की।
भुट्टो ने कहा कि श्रद्धेय श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शहादत को भारत आज भी नहीं भूला है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1953 में जम्मू-कश्मीर में अधिकारपूर्वक प्रवेश करने के कारण मुखर्जी ने जो बलिदान दिया, वह भारतीय राष्ट्रीयता के लिए जगजाहिर है।उन्होंने कहा कि अखंड भारत की नींव रखने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी को ही आज भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाना उचित है। उनकी दूरदर्शिता ने भाजपा को एक वैश्विक राजनीतिक शक्ति के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी ने ‘एक देश, एक विधान, एक निशान, एक प्रधान’ का नारा देकर जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खिलाफ आवाज उठाई और उसके विरोध में संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे और सभी ने डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में वक्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के जीवन, उनके संघर्ष और उनके बलिदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका योगदान सदैव अमर रहेगा। दविंदर भुट्टो ने अंत में कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएं और देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता के लिए सदैव तत्पर रहें। इस मौके पर कुटलैहड़ भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेंद्र मलांगड़, उपाध्यक्ष राज कुमार मनकोटिया, सूरम सिंह, प्यारे लाल के साथ अन्य गणमान्य मौजूद रहे।