नई दिल्लीः क्या आप जानते हैं कि जिस बेडरूम को आप सबसे ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक मानते हैं, वहीं कुछ चीजें आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं? हेल्थ रिपोर्ट्स में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैंः- आपके अपने ही कमरे में मौजूद कुछ रोज़मर्रा की चीज़ें धीमे ज़हर की तरह शरीर को नुकसान पहुंचा रही हैं। ये न सिर्फ आपकी सांसों और त्वचा को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम भी बढ़ा सकती हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपका बेडरूम सच में सेफ हो, तो इन 5 चीज़ों को तुरंत बाहर का रास्ता दिखाएं:
1. परफ्यूम्ड कैंडल्स और एरोमैटिक स्प्रे

सुगंधित मोमबत्तियां और रूम फ्रेशनर आपके मूड को भले ही बेहतर बना दें, लेकिन इनमें मौजूद वोलाटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स (VOCs) लगातार सांस के ज़रिए शरीर में प्रवेश करते हैं। रिसर्च बताता है कि लंबे समय तक इनका इस्तेमाल फेफड़ों पर बुरा असर डाल सकता है और कैंसर जैसी बीमारियों का रिस्क बढ़ा सकता है।
2. केमिकल ट्रीटेड बेडशीट्स और परदे

रंगीन और चमकदार कपड़े कई बार फॉर्मलडिहाइड जैसे केमिकल्स से ट्रीट किए जाते हैं। ये धीरे-धीरे हवा में घुलते रहते हैं और त्वचा या सांसों के ज़रिए शरीर में पहुंचते हैं। इससे एलर्जी, सिरदर्द और कैंसर की आशंका हो सकती है।
3. मोबाइल और लैपटॉप को सिरहाने रखना

रातभर मोबाइल फोन या लैपटॉप तकिया के पास रखना आजकल आम हो गया है। लेकिन इन डिवाइसेज़ से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन नींद की गुणवत्ता को बिगाड़ती है और लंबे समय में शरीर की कोशिकाओं में असामान्य बदलाव कर सकती है। कई स्टडीज इसे संभावित कैंसर कारक (Carcinogen) मानती हैं।
4. बेडरूम में धूल और कारपेट्स का जमाव

धूल में मौजूद डस्ट माइट्स सांस की दिक्कतें, स्किन एलर्जी और लंबे समय में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन को जन्म देते हैं। इससे शरीर में कैंसर सेल्स बनने का जोखिम बढ़ता है। नियमित सफाई और वैक्यूमिंग से ही इससे बचाव संभव है।
5. सस्ते प्लास्टिक कंटेनर और फर्नीचर

बाजार में मिलने वाले सस्ते प्लास्टिक आइटम्स और सस्ते फर्नीचर में बिस्फेनॉल-ए (BPA) और अन्य टॉक्सिक केमिकल्स मौजूद हो सकते हैं। ये हार्मोनल असंतुलन, प्रजनन संबंधी समस्याएं और कैंसर के लिए ज़िम्मेदार माने जाते हैं।
Disclaimer: यह खबर केवल आपकी जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से बनाई गई है। स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।