रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा मार्ग के सोनप्रयाग में यात्रियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। दरअसल, केदारनाथ यात्रा मार्ग पर श्रद्धालु आगे जाना चाहते थे, लेकिन भारी बारिश की चेतावनी के चलते 3 दिन के लिए यात्रा रोकी गई है। जब पुलिस ने बैरिकेड लगाकर एकत्रित हुए यात्रियों को रोकना चाहा तो यात्रियों ने बैरियर तोड़ दिया, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। जिस पर पुलिस को स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। बता दें कि केदारनाथ धाम जाने के लिए बड़ी संख्या यात्री सीतापुर, सोनप्रयाग पहुंचे हुए हैं, लेकिन मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
जिसे देखते हुए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा पर रोक लगाई है। भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए केदारनाथ की यात्रा 14 अगस्त तक के लिए स्थगित की गई है। इतना ही नहीं केदारनाथ धाम के अलावा तमाम ट्रेकिंग रूट पर भी रोक लगी हुई है। रुद्रप्रयाग डीएम प्रतीक जैन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ धाम यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई है। बीती 12 अगस्त से अस्थायी रूप से यात्रा बंद है, जो 14 अगस्त को बंद रहेगा। आगे का फैसला मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर निर्भर करेगा। फिलहाल, मौसम विभाग ने रुद्रप्रयाग समेत प्रदेश भर में भारी बारिश की आशंका जताई है।
डीएम प्रतीक जैन ने बताया कि केदारनाथ हाईवे के डेंजर जोन में 24×7 मशीनें तैनात हैं। इसके अलावा टीमें भी अलर्ट मोड पर है। जो सड़क बंद होने की स्थिति में तत्काल उसे सुचारू करने का काम करेगी। इसके अलावा मंदाकिनी और अलकनंदा नदी के जल स्तर पर भी लगातार निगरानी रखी है। साथ ही तमाम सहायक नदी नालों पर भी नजर रखी जा रही है। लोगों को नदी नालों से दूर रहने को कहा जा रहा है। सोनप्रयाग में यात्रियों के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस हमलवार हो गई है।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुजाता पॉल का कहना है कि धामी सरकार को व्यवस्थाओं को ठीक करने की बजाय मेहमानों को लाठीचार्ज कर चोट पहुंचाई जा रही है। बेहतर होता पहले ही यात्रियों को बता दिया जाता कि वो केदार बाबा के द्वार तक नहीं जा सकते। सुजाता पॉल ने कहा कि यात्रियों का सम्मान करें और उनकी जीवन की सुरक्षा सरकार करें, लेकिन लाठीचार्ज कर उन्हें आघात पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार वोटों की राजनीति कर रही है. जबकि, इसकी जगह व्यवस्थाएं बनानी चाहिए थी। इस लाठीचार्ज के लिए सरकार जिम्मेदार है।