हरियाणा: सिरसा में शुक्रवार को बिश्नोई समाज के बड़े संत स्वामी राजेंद्राननंद का निधन हो गया है। डबवाली में बिश्नोई मंदिर में वह जांम्भाजी कथा कर रहे थे। सुबह उन्होंने जन्माष्टमी को लेकर शोभा यात्रा निकाली गई। यात्रा निकालने के बाद जब वह मंदिर की धर्मशाला में पहुंचे तो उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुंरत डबवाली के सरकारी अस्पताल में भी लाया गया।
यहां से उन्हें पंजाब के बठिंडा में रेफर किया गया परंतु रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया है। उनके निधन के बाद हिसार बिश्नोई मंदिर में कल शनिवार को होने वाला कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया है। वह हरिद्वार के आश्रम में रहते थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन गायों की सेवा में लगा दिया है। स्वामी राजेंद्रानंद गायों की सेवा के लिए कथाएं करते थे और उसमें मिलने वाला सारा दान गौ कल्याण के लिए दे देते थे। वह अक्सर हिसार, फतेहाबाद और आस-पास के क्षेत्रों में जाकर गौ सेवा का प्रचार करते थे।
बीजेपी नेता एवं पूर्व सासंद कुलदीप बिश्नोई ने शोक जताया है। उन्होंने कहा कि स्वामी राजेंद्रानंद का अचानक दिल का दौरा पड़ने के कारण दिल का दौरा पड़ने के कारण देहांत होना बहुत दुखद है। यह उनके सभी अनुयायियों और मेरे लिए एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है।
हर साल जन्माष्टमी पर होने वाला कार्यक्रम हुआ रद्द
हर साल हिसार के बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी के पर्व पर कार्यक्रम होता है। ऐसे में इस कार्यक्रम में लगातार दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पहुंचे हैं। 2023 में कार्यक्रम में मनोहर लाल खट्टर आए। इसके बाद 2024 में विधानसभा चुनाव से पहले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी भी पहुंचे थे।