कटराः नए साल को लेकर अकसर लोग धार्मिक स्थानों पर जाकर अपनों की खुशहाली की प्रार्थना करते हैं। वहीं कई लोग नववर्ष पर माता वैष्णो देवी जानें के लिए काफी उत्साहित रहते हैं लेकिन इस बार वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि प्रस्तावित कटरा रोपवे परियोजना के विरोध में प्रदर्शन चल रहा था।
इस प्रदर्शन के चलते श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही थी। लेकिन अब कटरा रोपवे परियोजना के विरोध में चल रहा सात दिनों का प्रदर्शन समाप्त हो गया है। यह निर्णय मंगलवार रात जम्मू संभाग के डिविजनल कमिश्नर रमेश कुमार और कटरा संघर्ष समिति के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया।
प्रदर्शन के चलते श्रद्धालुओं को कटरा से भवन तक पहुंचने के लिए घोड़े और पालकी की सुविधा नहीं मिल रही थी, जिससे उनकी यात्रा कठिन हो गई थी। बैठक में यह भी तय हुआ कि फिलहाल रोपवे परियोजना का काम स्थगित रहेगा और इस पर आगे की चर्चा श्राइन बोर्ड, प्रशासन और संघर्ष समिति के बीच होगी।
पिछले महीने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने रोपवे परियोजना की घोषणा की थी, जो वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर तक पहुंच आसान बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित थी। हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया, उनका मानना है कि इस परियोजना से उनकी रोजी-रोटी प्रभावित होगी।
वहीं इस प्रदर्शन के चलते संघर्ष समिति के आंदोलन के चलते पिछले सप्ताह कटरा में सभी व्यावसायिक गतिविधियां ठप थीं। बैठक के बाद 18 प्रदर्शनकारियों को जेल से रिहा कर दिया गया, और आंदोलनकारियों ने अपनी भूख हड़ताल भी समाप्त कर दी। गतिरोध समाप्त होने के साथ ही कटरा से भवन तक जाने वाली घोड़े और पालकी की सुविधाएं फिर से शुरू हो गई हैं। नववर्ष पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में दर्शन के लिए पहुंचे हैं, और शहर में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है।