Highlights:
- ज़िला प्रशासन जल्द ही लड़कियों के लिए मुफ्त कोचिंग शुरू करेगा ताकि वे सरकारी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पा सकें।
- आत्मरक्षा के लिए पंजाब कराटे एसोसिएशन के सहयोग से लड़कियों को मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- प्रशासन के प्रयासों में स्वास्थ्य अभियान, जैसे हीमोग्लोबिन जांच, और जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं, जो लड़कियों को और मजबूत बनाएंगे।
जालंधर, 22 अक्टूबर, 2024: महिला सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निभाते हुए, जालंधर ज़िला प्रशासन ने बड़ी पहल के तहत लड़कियों के लिए मुकाबला परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग और आत्मरक्षा ट्रेनिंग की घोषणा की है। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य लड़कियों को सशक्त बनाना और समाज में उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना है।
प्रशासन जल्द ही जिला रोजगार और कारोबार ब्यूरो में मुफ्त कोचिंग क्लासेस शुरू करेगा, जहाँ लड़कियां सरकारी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी कर सकेंगी। इस कोचिंग में न केवल शैक्षिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि आत्मरक्षा के लिए भी खास ट्रेनिंग दी जाएगी। आत्मरक्षा के लिए पंजाब कराटे एसोसिएशन का सहयोग लिया जाएगा, जो लड़कियों को आत्मविश्वास और सुरक्षा के गुर सिखाएगा।
आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लड़कियों के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाएगा। आज के समय में खुद की सुरक्षा की जानकारी हर महिला के लिए जरूरी है। इस ट्रेनिंग से लड़कियों को खुद की रक्षा करने की कला सीखने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी।
साथ ही, ज़िला प्रशासन ने लड़कियों में हीमोग्लोबिन की जांच के लिए एक व्यापक अभियान भी शुरू किया है। इस अभियान की शुरुआत शाहकोट ब्लॉक के गाँव ढंडोवाल से की गई है। शुरुआती चरण में ब्लॉक के 30 गाँवों में कैम्प लगाए जाएंगे, जिनमें लड़कियों की हीमोग्लोबिन जांच की जाएगी। अनीमिया से पीड़ित लड़कियों को आयरन फोलिक एसिड की गोलियां मुफ्त में दी जाएंगी, जिससे उनका स्वास्थ्य सुधरेगा।
ज़िला प्रशासन ने महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए हैं। पोक्सो एक्ट, बाल विवाह, साईबर क्राइम, घरेलू हिंसा और महिला अधिकारों पर जागरूकता कैंप आयोजित किए जा चुके हैं। इन कैंपों का उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे अपने लिए खड़ी हो सकें।
प्रशासन ने विभिन्न माध्यमों से इस अभियान को जनता तक पहुंचाने का निर्णय किया है, जिसमें पोस्टर, पैंफलेट्स, ग्राफिटी आर्ट और स्लोगन लिखने जैसी गतिविधियों को शामिल किया गया है।