जालंधर, ENS: पंजाब में धान की खरीद न होने को लेकर किसानों ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया गया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के मुख्य प्रवक्ता और दोआबा प्रभारी जत्थेदार कश्मीर सिंह जंडियाला द्वारा आज जालंधर-लुधियाना हाईवे जाम कर दिया गया। किसानों द्वारा हाईवे जाम किए जाने से लंबा जाम लग गया है। मामले की जानकारी देते हुए किसान नेता ने कहा कि बलबीर सिंह राजेवाल यूनियन द्वारा 3 दिन पहले जालंधर के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल को एक मांग पत्र दिया था, जिसमें मंडियों में धान की लिफ्टिंग न होने पर किसानों को डीएपी की खाद ना मिलने संबंधित जानकारी दी गई थी।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उनकी मांगे पूरी ना करने के कारण किसानों को 21 अक्टूबर को नेशनल हाईवे (जालंधर-लुधियाना रोड) पर मैकडोनलज के सामने धरना देने के लिए मजबूर होने पड़ रहा है। जत्थेदार जंडियाला ने यह भी बताया कि डीएपी खाद मामले को लेकर कृषि पदाधिकारी की विजिलेंस जांच कराने की भी मांग की गई है। उन्होंने कहा कि डीएपी खाद न मिलने से दोआबा क्षेत्र के तमाम किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बता देंकि इससे पहले किसानों द्वारा टोल प्लाजा पर धरना देकर टोल को फ्री किया गया था। वहीं आप और भाजपा नेताओं के घर के बाहर प्रदर्शन किया गया था।
भारतीय किसान यूनियन एकता सिधूपुर के जिला अध्यक्ष कुलविंदर सिंह मछियाना ने बताया कि धान की खरीद और लिफ्टिंग को लेकर किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। सरकार समस्याओं का समाधान करने को लेकर आनाकानी कर रही है। सरकार की नीतियों के खिलाफ सोमवार सुबह 11 बजे गांव धन्नोवाली के बाद नेशनल हाईवे जाम कर धरना शुरू कर दिया। धरना तब तक चलेगा जब तक सरकार मंडियों से धान की लिफ्टिंग का काम शुरू नहीं करवाती। किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को लेकर हाईवे पर आने-जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।