जालंधर,ENS: अर्बन एस्टेट फेज 2 में स्थित MGN पब्लिक स्कूल के विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। टीचरों द्वारा आज भी स्कूल प्रशासन के खिलाफ धरना लगाया गया है। हालांकि शहर में तेज बारिश हो रही है, लेकिन टीचर बारिश में भी अपनी मांगो को लेकर धरने पर प्रशासन के खिलाफ बैठे हुए है। दरअसल, एक बार फिर से स्कूल के बाहर स्टाफ द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। स्टाफ सदस्यों ने मांग रखी है कि जो भी हमारे साथियों को संस्पेड किया गया है, उनको दोबारा से नौकरी पर रखा जाए। मामले की जानकारी देती हुई भूपेंद्र कौर व अन्य स्टाफ मेंबर ने बताया कि यह सारा मामला सितंबर 2022 से शुरू हुआ था। यह मामला अभी तक चल रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल की ओर से एक लेटर जारी किया गया था। जिसके 25 पॉइंट हमारे स्टाफ के खिलाफ थे।
जिसमें लिखा हुआ था कि स्टाफ मेंबर की तनख्वाह रोक ली जाए। जिसमें छुट्टियों के लेकर अन्य सुविधाओं को खारिज कर दिया गया था। जिसके बाद स्कूल मैनेजमेंट ने इस मामले को निपटा दिया था। लेकिन के बाद 3 जून को दोबारा से हमारे करीब 8 सदस्यों को बिना किसी कारण सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके बाद जब सभी सदस्यों ने स्कूल के गेट के बाहर धरना लगाया तो स्कूल मैनेजमेंट ने मीटिंग कर यह कहा था कि किसी को भी सस्पेंड नहीं किया जाएगा। फिर उसके बाद स्कूल मैनेजमेंट ने हमारे 5 सदस्यों को यह कहा कि आप अपना इस्तीफा लिखकर दे दीजिए। जिसके बाद उन्हें तुरंत बर्खास्त कर दिया गया। इसी मामले को लेकर आज एक बार फिर से स्कूल प्रशासन के खिलाफ धरना लगाकर प्रदर्शन किया जा रहा है।
बता दें कि 3 जून को MGN स्कूल को लेकर प्रशासन के खिलाफ टीचरों ने धरना लगाया था। इस दौरान स्कूल के टीचर राजीव ने एनकाउंटर न्यूज को बताया था कि चेयरमैन मेजर रॉय ने टीचरों का इंक्रीमेंट रोक दिया गया। इस बाबत उन्होंने लेटर भी जारी कर दिया था। जिसमें उन्होंने स्कूल के नुक्सान में जाने का जिक्र किया था। इस दौरान स्कूल के टीचर राजीव ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने 7 टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसमें 2 नॉन टीचर शामिल है। वहीं इस मामले के बाद स्कूल की प्रिंसीपल का बयान सामने आया था। जिममें उन्होंने धरने में शामिल टीचरों को भी प्रिंसीपल ने दफ्तर में बुलाया था। मामले की जानकारी देते हुए प्रिंसीपल ने कहा उन्हें मैनेजेर साहिब ने बताया कि इसे विदड्रा कर दिया जाएगा। लेकिन आज फिर से टीचरों के प्रदर्शन दौरान एमजीएन स्कूल का विवाद सुर्खियों में आ गया है।