जालंधर,ENS: शहर में ठेके पर खाली सर्किलों में काम करने वाले 17 पटवारियों के इस्तीफे को लेकर भले ही बीते दिन डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने पटवारियों के इस्तीफे खडंन किया था। वहीं आज जालंधर पहुंचे रिटायर पटवारियों के संघ ने इस मामले को लेकर खुलासा किया है। रिटायर पटवारियों की मीटिंग आज जालंधर में हुई जिसमें यूनियन के नेताओं के ने कहा कि रैजिगनेशन का एक प्रोटोकॉल होता है। उन्होंने माना कि 17 रिटायर पटवारियों ने इस्तीफे दे दिए है। रिटायर पटवार यूनियन के प्रधान नरिंदर पाल तल्लण ने कहा कि अभी तक इस्तीफे निचले चैनल से होकर डिप्टी कमिश्नर के पास न पहुंचे हों। लेकिन जल्द पहुंच जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पटवारी चाहे वह रिटायरमेंट के बाद ठेके पर ही काम कर रहा है वह अपना इस्तीफा तहसील में तहसीलदार को सौंपता है। उसके बाद वह विभिन्न चैनलों से होता हुआ डिप्टी कमिश्नर के पास पहुंचता है। रिटायर पटवार यूनियन के प्रधान नरिंदर पाल तल्लण ने कहा कि जो ठेके पर काम कर रहे पटवारियों के इस्तीफों को लेकर डीसी विशेष सारंगल ने बुधवार को मीटिंग बुलाई है। उन्होंने कहा कि उनकी कोई मांग नहीं है जिसके लिए वह प्रोटेस्ट कर रहे हों। उन्होंने कहा कि वह किसी अधीन काम नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर तो रेगूलर पटवारी हैं उनका कोई प्रोटेस्ट नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी टीम के साथ अब मीटिंग की जा रही है। वहीं डीसी के साथ बुधवार को होने वाली मीटिंग के बाद ही फैसले लेकर आगे की घोषणा की जाएगी।
बता दें कि बीते दिन जालंधर के 17 रिटायर पटवारियों सहित अमृतसर के 2 पटवारियों ने इस्तीफा दिया था। हालांकि इस मामले को लेकर जिला जालंधर जिला प्रशासन पटवारियों के नौकरी छोड़ने की बात को सिरे से नकार दिया था। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा था कि जिला प्रशासन को अभी तक किसी भी सेवानिवृत्त पटवारी का इस्तीफा नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले जिला प्रशासन द्वारा 59 सेवानिवृत्त पटवारियों को ठेके पर नियुक्त किया गया था। लेकिन आज रिटायर पटवार यूनियन के प्रधान नरिंदर पाल तल्लण ने इस्तीफे के मामले को सही ठहराया है।