जालंधर, ENS: NEET परीक्षा के स्कैम को लेकर मामला लगातार गरमाता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है, दूसरी ओर बच्चों सहित अभिवावकों में काफी रोष पाया जा रहा है। वहीं 1563 छात्रों की NEET की परीक्षा दोबारा की जाने का सुप्रीम कोर्ट की ओर से बात सामने आई है। वहीं इस मामले को लेकर प्रोफेसर एमपी सिंह ने बच्चों को एग्जाम को लेकर चौकाने वाले खुलासे किए है। एमपी सिंह का कहना है कि यह बुहत बड़ा स्कैम है। उन्होंने कहाकि अगर सरकार स्कैम की गहनता से जांच करे तो कई बड़े खुलासे हो सकते है।
वहीं प्रोफेसर ने इस परीक्षा को लेकर खुलासे करते हुए कहा कि कुछ बच्चे ऐसे है जिन्होंने NEET की परीक्षा में 720 से 720 नंबर आए है लेकिन उन्हें एम्स में नौकरी नहीं मिल रही है। प्रोफेसर का कहना हैकि वह 20 साल से NEET से जुड़े हुए है और बच्चों को पढ़ा रहे है। उन्होंने कहा कि यह देश के बच्चों से जुड़ा हुआ मसला है। उन्होंने कहा कि वह काफी समय से कहते आ रहे है कि जो एजुकेशन लैवल का ग्राफ काफी समय से नीचे गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कहीं ना कहीं एमबीबीएस मुन्ना भाई वाला मसला दिखाई दे रहा है, जिसकी अगर सरकार गहनता से जांच करें तो चौकाने वाले खुलासे सामने आ जाएंगे।
प्रोफेसर का कहना है कि गुजरात से कुछ ऐसे बच्चे भी है जो स्कूल लैवल पर फेल है लेकिन NEET की परीक्षा में उनके 720 में से 720 नंबर आए है। उन्होंने कहा कि उन बच्चों के स्कूल लैवल में कैमिस्टरी और फिजिक्स में 21-21 नंबर आए हुए है, लेकिन NEET में पूरे नंबर आ रहे है। उनका कहना है कि NEET की परीक्षा स्कूल की परीक्षा से काफी मुश्किल है। इस मामले में एमपी सिंह ने कहा कि एनटीए के हैड से इस मामले की गहनता से जांच की जानी चाहिए। प्रोफेसर का कहना है कि बिहार में भी कुछ समय पहले पेपर लीक होने का मामला सामने आया था।
उस दौरान बच्चे पेपर लेकर बाहर भी आ गए थे। जिसकी अभी तक गहनता से जांच नहीं की गई। वहीं प्रोफेसर का आरोप है कि राजस्थान में कुछ पेड बच्चे पकड़े गए थे, जो कि पैसे लेकर परीक्षा में किसी अन्य बच्चों की जगह पर बैठ रहे थे। प्रोफेसर ने कहा कि देश की हेल्थ के साथ जुड़ा मसला है। अब सुप्रीम कोर्ट पर इस मामले को लेकर निगाहें टिकी हुई है। वहीं उन्होंने कहा कि जैसे जेई में दो परीक्षा दी जाती है, ऐसे ही NEET की परीक्षा भी दो बार कर देनी चाहिए।
