जालंधर/वरुणः महानगर में चोरी की वारदातों का ग्राफ एक बार फिर से बढ़ना शुरू हो गया है। आए दिन चोरी की वारदातें सामने आ रही है। हालात शहर के ये हो गए हैं कि अब चोरों को खाकी से लेकर जेल तक किसी का भी डर नहीं है। ऐसा ही एक मामला देर रात जालंधर के आबादपुरा से सामने आया है। जहां लोगों ने मोहल्ले के ही दो चोरों को रंगेहाथ चोरी करते हुए पकड़ा। लोगों ने पहले तो दोनों की जमकर धुनाई की, फिर पुलिस के हवाले किए। दोनों पकड़े गए चोर नशे के आदी हैं और नशे की अपूर्ति के लिए वारदातों को अंजाम देते हैं।
पकड़े जाने के बाद बोले- हमने कौन-सी जेलें नहीं देखी
हैरानी की बात यह है कि दोनों चोरों को जब लोगों ने पीटा तो उसके बाद बोले कि कर दो उन्हें पुलिस के हवाले। हमने कौन-सी जेलें नहीं देखी हैं। डेढ़-दो साल बाद फिर बाहर आ जाएंगे। उनसे जब लोगों ने कहा कि कोई काम क्यों नहीं करते तो बड़े बेफिक्री से बोले पल्लेदारी का काम करते हैं। जब काम नहीं मिलता को लोगों के साइकिल, घरों में लगी ग्रिल या अन्य छोटी-मोटी चोरी करके नशा खरीदते हैं। दोनों ने बताया कि वह चिट्टा पीते हैं।
हो रही वारदातों के बाद मोहल्लें वालों ने इन पर रखा था पहरा
मोहल्ले में भी दो दिन पहले इन्होंने पहले एक लोहे की भारी-भरकम ग्रिल चोरी की थी। मोहल्लें वालों ने इन पर पहरा रखा। नशे में टल्ली होकर इन्होंने वहां पर एक गोदाम का शटर तोड़ डाला और दोनों इतने नशे में थे कि वहीं पर लेट गए। लोगों ने इन्हें गोदाम में ही धर-दबोचा। इन्होंने मोहल्ले में हुई चोरी का वारदातें कबूली और कहा कि मोहल्ले के पास ही स्थित एक कबाड़ का काम करने वाले के पास यह लोहे का सामान बेचकर आते हैं।
आबादपुरा में ही लोगों को बेचते है नशा
पकड़े गए चोरों से जब पूछा गया कि नशा कहां से लेकर आते हैं। इस पर पहले तो कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन धीरे-धीरे खुद ही बोले कि कैंप और आबादपुरा में कई लोग नशा बेचते हैं। किसी नाम का ठिपरी है तो किसी नाम ढेलू है। उन्होंने कहा कि गांधी कैंप और आबादपुरा में नशा आसानी से मिल जाता है।
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