जालंधर, ENS: रेलवे स्टेशन पर कुछ दिन पहले कार की चेकिंग को लेकर महिला द्वारा हंगामा करने की वीडियो सामने आई थी। वहीं इस मामले को लेकर मीडिया के सामने आई। जहां महिला ने अपनी जान को खतरा बताया। महिला का कहना है कि उसे नहीं पता कि कौन उसका दुश्मन है। महिला ने घटना को लेकर बताया कि उस दौरान कोई महिला पुलिस कर्मी चैकिंग के दौरान मौजूद नहीं थी। आरोप है कि पुलिस भी उनकी गाड़ी की चैकिंग नहीं कर रही थी, लेकिन 2 युवकों द्वारा कहने पर पुलिस ने चैकिंग की थी।
इस मामले को लेकर आज महिला ने पुलिस कमिश्नर दफ्तर जाकर मामले को लेकर शिकायत दी है। महिला ने शिकायत में लिखा है कि उसका नाम खुशी है और वह घास मंडी की रहने वाली है और उसका सखी मैनेजमेंट ग्रुप का काम है। जिसके कारण उन्हें किसी भी समय काम के सिलसिले से घर से बाहर जाना पड़ता है। महिला ने बताया कि घटना के दौरान उसके साथ पूजा और नेहा गाड़ी में मौजूद थी।
महिला ने बताया कि इवेंट का काम होने के कारण वह गुलाब वाटिका में इवेंट का काम कर रही थी। काम खत्म होने के बाद उन्हें भूख लगने लगी और वह रेलवे स्टेशन खाना खाने के लिए चले गए। वह गाड़ी पार्क करके ऑर्डर देने के लिए गई। मुंह ढके हुए दो लड़के आए और उसके साथ गलत व्यवहार करने लगे। इसके बाद वहां पर मौजूद लड़कों के साथ उसकी बहसबाजी हो गई। घटना डेढ से 2 बजे की है।
इस घटना को लेकर वह अपनी सेफ्टी के लिए रेलवे स्टेशन में चली गई, पुलिस कांस्टेबल उसकी जान पहचान वाले थे। इस दौरान महिला ने उन्हें लड़कों द्वारा बदतमीजी करने के बारे में बताया और पुलिस कर्मी को अपनी सेफ्टी के लिए बाहर बुलाया। अजर्न दोनों लड़के उसके पास आए और पूछने वालों की क्या बात हो गई, जिसके बाद पुलिसकर्मी ने बताया कि वह उनके रिश्तेदार ही है।
महिला का आरोप है कि जब उसने अपने रिश्तेदार पुलिसकर्मी को बताया कि यह वही लड़के हैं जो उसके साथ गलत व्यवहार कर रहे थे तो उक्त लड़के पीसीआर के दो पुलिसकर्मी को लेकर वहां परआ गए। इसके बाद उसके कैमरा ऑन करने पर भी बाधक गई और उसे कैमरा बंद करने के लिए कहा। इसी बात को लेकर दोनों में बहसबाजी शुरू हो गई थी। वहीं डीएसपी मेरा मामा वाले बयान को लेकर कहा कि उसका मामा डीएसपी नहीं है बल्कि उसके मामा के जान पहचान वाले हैं। वह पहले जालंधर में तैनात थे, लेकिन अब उनका ट्रांसफर हो गया है।