जालंधर, ENS: थाना मेहतपुर के गांव संगोवाल के कांस्टेबल रणजीत सिंह सुसाइड केस में कई तथ्य सामने आए हैं। कांस्टेबल किसी बात से परेशान चल रहा था। हालांकि उसका पारिवारिक विवाद नहीं था। लोगों ने बताया कि पत्नी के अनुसार रणजीत सिंह परेशानी में नजर आ रहा था। थाना मेहतपुर के एसएचओ बलवीर सिंह ने बताया कि सुसाइड मामले की अभी तक की जांच में सामने आया है कि कांस्टेबल रणजीत सिंह की शादी हो चुकी थी। उसके दो बच्चे हैं। दोनों ही बेटे हैं। एक बच्चे की उम्र 3 और दूसरे की 4 साल है।
मंगलवार रात को रणजीत सिंह ने रूटीन की तरह खाना खाया, बच्चों-पत्नी से बात की। गांव के ही एक व्यक्ति ने बताया कि पत्नी के अनुसार रणजीत कुछ कम बात कर रहा था। उसने उससे पूछा भी कि क्या हुआ है। अगर कोई परेशानी है तो बताए। हर परेशानी का कुछ न कुछ हल निकल आता है। इस पर रणजीत ने कुछ भी नहीं बताया। पत्नी के अनुसार रात डेढ़ बजे तक रणजीत बेचैन दिखा। रात तो उसने बच्चों के झूले की रस्सी से फंदा बनाकर जान दे दी। जालंधर के थाना मेहतपुर के संगोवाल गांव के रहने वाले कॉन्स्टेबल रणजीत सिंह (30) ने मंगलवार-बुधवार की रात फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
रणजीत पटियाला में पंजाब पुलिस की 5वीं कमांडो बटालियन में तैनात थे। पड़ोसियों का कहना है कि काफी दिनों से छुट्टी पर थे। गांव के लोगों के अनुसार पत्नी ने रात डेढ़ बजे तक न सोने का कारण पूछा तो कहने लगा कि उसे अंदर नींद नहीं आ रही, इसलिए वह बाहर बरामदे में सोना चाहता है। इसके बाद पत्नी ने बरामदे में सोने के लिए कहा और खुद भी पास में चारपाई पर सो गई। रात डेढ़ बजे के बाद पत्नी की आंख लग गई।
गांव के ही लोगों ने जब घटन के बारे में पत्नी से पूछा तो उसने उन्हें बताया कि रात करीब पौने 3 बजे के करीब उसकी आंख खुली। उसने चारपाई की तरफ देखा तो वहां पर रणजीत नहीं था। उसे इधर-उधर ढूंढा को नहीं मिला। इसके बाद उसने खिड़की से झांककर देखा तो अंदर रणजीत रस्सी से झूल रहा था। इस पर उसने शोर मचाया और परिवार और आस-पड़ोस को एकत्रित किया।
लोगों का कहना है कि रणजीत की जेब से सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें बस इतना ही लिखा था कि वह अपनी मर्जी से जान दे रहा है। इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है। मरने से पहले उसने अपनी ही बच्चों के लिए घर में बनाए झूले को खोला। उसकी रस्सी से फंदा बनाया और लटक गया। गांव वाले और आस-पड़ोस के लोग भी रणजीत के सुसाइड से हैरान हैं। लोगों का कहना है कि रणजीत मिलनसार था, लेकिन हैरानी है कि उसे अचानक से ऐसी क्या परेशानी आ गई कि सुसाइड करना पड़ा।
लोगों के अनुसार रणजीत सिंह की ड्यूटी पटियाला में 5वीं कमांडो बटालियन में थी। ऐसा सुनने में आ रहा है कि वह कई दिन से ड्यूटी पर भी नहीं गया था। लोगों ने कहा कि अगर नौकरी में कोई मसला था भी तो सरकारी नौकरी के मसले तो ठीक हो ही जाते हैं। न तो रणजीत ने सुसाइड नोट में जिक्र किया और न ही फैमिली को इसके बारे में खुलकर बताया। मेहतपुर थाना एसएचओ का कहना है कि अभी मामले की जांच कर रहे हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार केस को डील किया जाएगा।