जालंधर, ENS: पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर के नेतृत्व में शहर की 17 सड़कों को नो-टॉलरेंस रोड और वन-वे रोड घोषित किया हुआ है। इन नो टॉलरेंस सड़कों को जोन-1, जोन-2, जोन-3 और जोन-4 में बांटा जा चुका है। जिसमें श्री राम चौक से भगवान वाल्मीकि चौक की सड़क भी शामिल है। लेकिन इस सड़क पर रोजाना भारी जाम रहता है। वहीं रविवार की बात करें तो इस सड़क पर 5 मिनट के सफर को 15 से 20 मिनट का समय लग जाता है।
ट्रैफिक नियमों की उल्लघंना करने पर पुलिस ऑनलाइन चालान काटने में व्यस्त है, लेकिन ट्रैफिक को सुंचारू ढंग से चलाने की ओर शायद पुलिस का ध्यान नहीं है। यहीं कारण है कि इस मेन चौक पर ऑटो के ना आने की पाबंदी के बावजूद ऑटो चालकों की मनमानी चल रही है। दूसरी भगवान वाल्मीकि चौक पर पुलिस कर्मियों के तैनात होने के बावजूद ट्रैफिक व्यवस्था के हालात खराब नजर आ रहे है।
ऐसा ही मामला रविवार को संडे बाजार के दौरान देखने को मिला। दरअसल, संडे मार्केट में हो रहे कब्जों के कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है। इसी रोड पर सिविल अस्पताल है और इस रोड़ पर रविवार को भीड़ होने के कारण एंबुलेंस फंस गई। इसकी तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें ट्रैफिक व्यवस्था के हालातों को देखा जा सकता है। भारी भीड़ में एंबुलेंस चालक को निगम चौक से लेकर अस्पताल तक एक किमी जाने में 25 मिनट लग गए।
हालांकि 2 दिन पहले ही रोड सेफ्टी कमेटी मीटिंग में इस रोड पर ग्रीन कॉरिडोर तैयार करने की बात हुई थी। इन आदेशों की पहले ही सप्ताह नियमों की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दी। इस दौरान लोगों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस केवल मार्च ही निकाल रही, लेकिन पार्किंग की जगह नहीं है, जिसके कारण इतना लंबा जाम लग रहा है।