जालंधर, ENS: देहात में भाजपा नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। शाहकोट और लांबड़ा में केडी भंडारी और सुशील रिंकू को हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान केडी भंडारी और पुलिस की धक्कामुक्की की वीडियो भी सामने आई है। दूसरी ओर पुलिस अधिकारी ने भाजपा नेताओं को सरकार की ओर जारी पत्र भी दिखाया। जिसमें उन्होंने कहा कि वह बिना प्रशासन की परमिशन से लोगों का डाटा इकट्ठा नहीं कर सकते।
इस दौरान पुलिस अधिकारी ने भाजपा नेताओं को डिप्टी कमिश्नर से कैंप लगाने की परमिशन लाने के लिए कहा। जहां नेताओं द्वारा कहा गया कि वह परमिशन नहीं लेंगे। यह कार्रवाई डीएसपी ओंकार सिंह बराड़ की अगुवाई में शाहकोट के रूपेवाली में की गई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि भाजपा के नेता इलाके में कैंप लगाने जा रहे थे। जिसकी परमिशन उन्होंने प्रशासन द्वारा नहीं ली हुई थी।
दरअसल, सरकार ने राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों को पत्र भेजकर निर्देश जारी किए हैं कि जो भी व्यक्ति या संस्थाएं बिना अधिकार के डेटा एकत्रित कर रही हैं, उनके खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए। पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि केवल वही लोग जिनको सरकार से आधिकारिक मंजूरी या मान्यता प्राप्त है, उनके साथ ही सरकारी जानकारी सांझा की जाएगी। नई चिट्ठी के अनुसार अब कोई भी कैंप या गतिविधि सरकार की मंजूरी के बिना नहीं लगाई जा सकेगी।
जानकारी के अनुसार भाजपा जालंधर के नेताओं के हिरासत में लिए जाने की सूचना मिलने पर भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित होना शुरू हो गए है। बता दें कि हाल ही में भाजपा द्वारा जनता सुविधाओं के लिए लगाए गए 39 कैंपों को बंद करने को लेकर तनाव बना था। भाजपा ने आरोप लगाया था कि सरकार जानबूझकर हमारे कैंप रोक रही है।