बारिश में बच्ची को उपचार के लिए लेकर दौड़ा परिवार
जालंधर, ENS: महानगर में लगातार हो रही बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। कई जगह घर की दीवारें और छतें गिरने की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं संतोखपुरा में बारिश के दौरान लकड़ी के बालों की छत गिरने से भारी नुकसान हो गया। घर की छत गिरने से हुए जोरदार धमाके से लोग डर गए और घरों से बाहर आ गए। परिवार को बचाने के लिए मोहल्ले के युवक आए।
चश्मदीद रजत ने बताया कि छत के मलबे में 5 महीने की बच्ची नूर और उसकी दादी दब गई। जिन्हें तुरंत मलबा हटाकर निकाला गया। हादसे की चपेट में 68 वर्षीय महिला के सिर पर 40 टांके लगे। वहीं 5 माह की नूर को बेसुध देखकर बारिश में बाहों में लेकर पिता हैरी उपचार के लिए पैदल ही निकल गए। अस्पताल में जब उसे ठीक पाया तो सबके चेहरे का नूर जैसे लौट आया।
चश्मदीद रजत ने बताया कि जिस घर की छत गिरी, वो नूर के पिता हैरी की ताई का है। उन्होंने जिंदगी में कई दुख देखे। पहले पति और फिर बेटों के निधन का दुख झेला। अब पोते हैरी के घर आई नन्हीं परी सबकी खुशी है। मंगलवार को सिर से छत छिन गई, लेकिन परदादी व नन्हीं बच्ची की जान बच गई। इस दौरान बरसते बादलों से बीच जब जख्मी बुजुर्ग व बच्ची को डॉक्टर के पास लेकर जा रहे थे, तो जिससे जो बन पड़ा, उसने मदद की। बच्ची को जब घर लाया गया तो सबकी सांस में सांस आई।