जालंधर, ENS: आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और विधायक परगट सिंह ने नवम्बर में होने वाले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर सिख जत्थे को पाकिस्तान जाने की अनुमति न देने की कठोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्रीय सरकार पाकिस्तान और भारत के बीच क्रिकेट मैच की अनुमति दे सकती है, तो सिख जत्थे को पाकिस्तान के ननकाना साहिब जाने से क्यों रोका जा रहा है। विधायक ने कहा कि सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए, केंद्र सरकार सिख श्रद्धालुओं के साथ नाइंसाफी कर रही है।
उनका मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा को लेकर बहुत तनाव है। लेकिन यह एक बहुत ही संवेदनशील मामला भी है। केंद्र सरकार को सिख श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए कोई रास्ता निकालना चाहिए, ताकि उन्हें दर्शन से वंचित न रहना पड़े और उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके। विधायक परगट सिंह ने कहा कि आज़ादी के बाद यह पहली बार है जब श्रद्धालुओं को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान में ननकाना साहिब जाने से रोक दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले पर पुनः विचार करना चाहिए। इन श्रद्धालुओं को पूर्ण सुरक्षा के साथ ननकाना साहिब जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 1950 के नहरू-लियाकत समझौते के तहत सिख श्रद्धालुओं को चार अवसरों पर पाकिस्तान जाने की अनुमति दी गई थी। इनमें बैसाखी (खालसा पंथ स्थापना दिवस), श्री गुरु अर्जुन देव का शहादी दिवस, महाराजा रणजीत सिंह का शहादी दिवस और श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व शामिल हैं। इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने महाराजा रणजीत सिंह के शहादी दिवस के अवसर पर पाकिस्तान से प्रतिनिधि भेजने से इनकार कर दिया था और अब श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रतिनिधि भेजने की अनुमति नहीं दी जा रही है। यह धार्मिक भावनाओं से जुड़ा फैसला है। उन्हें लगता है कि पाकिस्तान को भी सिख जत्थे के दर्शन करने आने पर कोई ऐतराज नहीं होगा।
परगट सिंह ने कहा कि भाजपा इन मामलों में दोहरी नीति अपना रही है। जब व्यापार और पैसे का सवाल आता है, तो देश की सुरक्षा और लोगों की भावनाओं को भूल जाते हैं। फिर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच खेलने की अनुमति दी जाती है। उस समय न तो सुरक्षा रास्ते में आती है और न ही देश के लोगों की भावनाओं का ध्यान रखा जाता है।