जालंधर, ENS: शाहकोट के गांव दुरना की हरजीत कौर के कत्लकांड को पुलिस ने 11 दिन में ही सुलझाया। इस मामले में पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हरजीत का कत्ल उसके प्रेमी ने ही किया था, जिसपर वह शादी का दबाव बना रही थी। जांच में सामने आया कि गिरफ्तार दलबीर सिंह के साथ हरजीत की कभी शादी की बात चली थी जो परवान नहीं चढ़ पाई। लेकिन दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे। इस दौरान हरजीत की दो जगह शादी हुई। हरजीत दूसरे पति के रहते हुए भी दलबीर पर शादी का दबाव बना रही थी।
इससे गुस्साए दलबीर ने योजना बनाकर हरजीत को मौत के घाट उतार दिया। डीएसपी शाहकोट ओंकार सिंह बराड़ ने बताया कि उनके पास टुरना गांव के साधु सिंह की शिकायत आई थी। उसने बताया कि बेटी 14 अगस्त को स्कूटी पर सुल्तानपुर लोधी के गांव सुचेतगढ़ गई थी जहां वह बलजिंदर कौर से कपड़े लेकर सिला करती थी। उस दिन बेटी वापस न आई तो उन्होंने पारिवारिक सदस्यों के साथ उसे ढूंढा। इस दौरान बेटी की लाश लोहियां-मक्खू रोड पर एक खेत से मिल गई। उसके गले पर तेजधार हथियार के जख्म थे।
पास ही उसकी स्कूटी पड़ी थी। डीएसपी ने बताया कि जांच के दौरान पाया कि हरजीत के लिए दशक पहले बलबीर सिंह का रिश्ता आया था। जोकि सिरे नहीं चढ़ पाया था। हालांकि वह लगातार बलबीर के संपर्क में रही। इसके बाद हरजीत की फिरोजपुर के मोहल्ला वीर नगर के रहने वाले कुलविंदर सिंह से शादी हुई। उनके एक बेटी हुई लेकिन शादी चल नहीं पाई और हरजीत तलाक लेकर वापस अपने गांव दुरना आ गई।
घर वालों ने लोहियां की गुरुनानक कॉलोनी में बेटी को घर बनाकर दिया और उसकी शादी करवा दी। हरजीत का दूसरा पति इटली में था। इस दौरान उसकी दलबीर से नजदीकियां और बढ़ गईं। इस बीच दलजीत ने दलबीर पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। प्रेम संबंधों का खुलासा होने के डर से दलबीर ने हरजीत को बुलाया और उसका मर्डर कर दिया। लाश को वह खेतों में फेंककर भाग गया था। पुलिस ने दलबीर को गिरफ्तार करने के अलावा उसकी ब्रेजा कार और मोबाइल फोन भी कब्जे लेकर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।