इस मामले के लिए बनाई गई कमेटी, बुधवार को सौंपेगी रिपोर्ट
जालंधर, ENS: सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में ऑक्सीजन प्लांट में अचानक खराबी आ गई। जिसके कारण ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी हो गई। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सप्लाई की कमी आने के कारण तीन मरीजों की मौत हो गई है। इस घटना को लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही सेहत मंत्री बलबीर सिंह और डीसी हिमांशु अग्रवाल सिविल अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने मामले की जांच की। सेहत मंत्री ने कहा है कि मामले की जांच करने के लिए चंडीगढ़ से हेल्थ डायरेक्टर व उनकी टीम सोमवार को सिविल अस्पताल में पहुंचेगी। टीम जो रिपोर्ट पेश करेगी उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
सेहत मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई चेंज के दौरान कंप्रेशर कम हो गया था। तीन मरीजों में से 2 मरीज मल्टी ऑर्गन फेल थे और वेंटिलेटर पर थे। तीनों मरीजों की मौत के समय में अंतर है। उन्होंने कहा कि तीनों मरीजों की मौत की जांच होगी जांच और इसमें जिसकी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सेहत मंत्री ने कहा कि सही कारण का पता लगाया जा रहा है। चंडीगढ़ से आने वाली हेल्थ डायरेक्टर की टीम को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सोपने के लिए कह दिया है। डीसी हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि तीन मरीजों की मौत का कारण पता करवाया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
आखिरकार ऑक्सीजन लेवल कम क्यों हुआ और तकनीकी खराबी आने का कारण क्या था, अगर किसी की नाकामी पाई गई तो उस पर विभागीय कार्रवाई तय है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। ऐसे में कमेटी द्वारा मामले की जांच की जा रही है। डीसी ने कहा कि सिविल सर्जन से भी घटना को लेकर बात की गई है। वहीं डीसी ने भी माना है कि प्लांट में कमी आई थी, लेकिन उन्होंने कहा कि मरीजों की मौत इस घटना के बाद हुई है। ऐसे में अभी मरीजों की मौत को लेकर ऑक्सीजन की कमी को लेकर जांच की जा रही है। उन्होंने कहाकि 9 मैंबरी कमेटी मामले की जांच के बाद बुधवार को रिपोर्ट सौंपेगी। डीसी ने कहाकि मामले में अगर कोई लापरवाही पाई गई तो जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बीते दिन मामले की जानकारी देते हुए सिविल अस्पताल के एसएमओ विनय आनंद ने बताया था कि अस्पताल में तीन मरीजों की मौत हुई है। एसएमओ ने माना कि ऑक्सीजन की सप्लाई में कुछ समय के लिए कमी जरूर आई थी जिसे तुरंत ठीक कर दिया गया था। डॉक्टर का मानना है कि तीनों मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है तीनों मरीज अलग-अलग बीमारियों से ग्रस्त थे। जिसमें से एक स्नेक बाइट का मरीज था और एक टीबी का मरीज और एक नशे की ओवरडोज का मरीज शामिल था। वहीं दूसरी और मृतक के परिजन का कहना है कि उनका मरीज रिकवर कर रहा था 2 दिन से उनकी सेहत में सुधार हो गया था। लेकिन आज शाम 7:00 बजे अचानक मशीन बंद होने के कारण उनके मरीज को सांस लेने की दिक्कत हुई। जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में अचानक तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते मरीजों को आवश्यक ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई।
बताया जा रहा है कि जब तक प्लांट को दोबारा चालू करने के प्रयास किए गए, तब तक तीन गंभीर मरीजों ने दम तोड़ दिया। ये मरीज पहले से ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे और अचानक सप्लाई बंद होने से उनकी हालत तेजी से बिगड़ गई। घटना के तुरंत बाद अस्पताल स्टाफ ने हालात को काबू में करने की कोशिश की, लेकिन मरीजों की जान नहीं बचाई जा सकी। मृतकों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि तीनों मरीज पहले से ही गंभीर स्थिति में भर्ती थे और ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। इस हृदयविदारक घटना के बाद मृतकों के परिजनों में गहरा आक्रोश फैल गया है।