जालंधर, ENS: नकोदर से इंसानियत शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जहां थाना सदर पुलिस ने बच्चा बेचने के मामले में गिरोह से 6 महिलाओं सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर नवजात बच्चे बेचने के आरोप हैं। इसमें मां-बेटा भी शामिल है। दरअसल, पुलिस ने गैंग का खुलासा तब किया जब उन्होंने बच्चा बेचने निकले एक पिता को पकड़ लिया। पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसके घर बेटा हुआ था। उसे पैसे चाहिए थे। इसलिए तीन लाख में बच्चा बेच दिया। आरोपी ने बताया कि उसने अपनी पत्नी को बताया था कि डिलिवरी के दौरान बेटे की मौत हो गई थी इसलिए वह जब बेहोश थी तो वह उसका संस्कार कर आए हैं।
पुलिस ने मां-बेटे को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो पता चला कि गैंग में ज्यादातर महिलाएं ही हैं। यह महिलाएं सरकारी अस्पताल से पता करती है कि कौन-सी गरीब महिला की डिलिवरी हुई है। इसके बाद पता लगाते थे कि उस महिला के पहले कितने बच्चे हैं। अगर उसके दो से ज्यादा बच्चे होते तो वह उसे ज्यादा बच्चे होने के नुकसान गिनाने लगतीं। इसके बाद भरोसे में लेकर बच्चे को आगे बेचने और बदले में पैसे देने की बात करती। गरीब परिवार इसके लिए राजी हो जाते थे। यही से मिले बच्चे वह आगे बड़े परिवारों में बेच देते थे। अरेस्ट अमरजीत कौर, रीना, कुलविंदर कौर, रजनी और गगनदीप कौर यही काम करती थी। फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रही है कि गैंग ने अब तक राज्य में कितने बच्चे बेचे हैं।
बहरहाल पुलिस ने लुधियाना के मंजीत नगर के जगजीत सिंह, उसकी मां रणजीत कौर, अमरजीत कौर वासी गांव कलां (लुधियाना), रीना वासी गांव भैणी बाघा (मानसा) कुलविंदर कौर मनी वासी गांव कुस्सा (मोगा), गगनदीप कौर वासी संत नगर (मोगा) रजनी वासी निगाहा रोड (मोगा) और बलजीत सिंह वासी गांव घोलिया खुर्द (मोगा) को पकड़ लिया है। इनसे पूछताछ जारी है। वीरवार को पुलिस सारा मामले का खुलासा करेगी।
नकोदर पुलिस ने 22 नवंबर को इनोवा गाड़ी में बच्चा बेचने आए जगजीत सिंह और उसकी मां रंजीत कौर को पकड़ा था। उनसे एक नवजात बच्चा (लड़का) मिला था। जांच में यह बात आई थी कि मां-बेटे बे-औलाद दंपति को बच्चा बेचते थे। उन्होंने कई गरीब लोगों को लालच देकर उनसे बच्चा लिया और उन्हें आगे 3 से 5 लाख रुपए में बेच देते थे। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह ने पंजाब में ही नहीं बल्कि बाहरी राज्यों में बच्चे बेचे हैं।