जालंधर, ENS: पंजाब के मशहूर बॉलीवुड सिंगर मास्टर सलीम के पिता पूरण शाह कोटी की अंतिम अरदास जालंधर के माडल टाउन स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में की जा रही है। जहां उस्ताद शाह कोटी को श्रद्धाजंलि देने के लिए सूफी गायक हंसराज हंस, रेशम सिंह अनमोल, मंगी माहल, राज जुझार, जैजी बी, बूटा मोहम्मद, सचिना आहुजा, कलेर कंठ सहित कई कलाकार पहुंचे। इस दौरान पिता की अंतिम अरदास में मास्टर सलीम भावुक दिखें। मास्टर सलीम पिता की फोटो को देखकर रोने लगे।
वहीं गायक बूटा मोहम्मद ने उस्ताद शाहकोटी की अतिंम अरदास में परिवार को सहन शक्ति प्रदान करने के लिए परमात्मा से अरदास की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उस्ताद शाहकोटी के 3 गुरु रहे है। जिनमें से उन्होंने महरूम उस्ताद सरदार मोहम्द से तबले, ढोलक और रिद्धम की तालिम ली थी। उसके बाद उन्होंने पटियाला घराने के उस्ताद बाकर साहिब हुसैन खान साहिब से संगीत की तालिम ली। जिसके बाद उन्होंने आखिरी में साईं लाडी शाह सरकार से तालिम ली। इसी तरह 3 गुरुओं से तालिम लेने के बाद वह उस्ताद बनें और दुनियां में उन्होेंने अपना नाम कमाया।
गायक ने कहा कि मास्टर सलीम के नाम को पहले कोई जानता नहीं था, उस समय उनके शिष्य हंसराज हंस ने अपने उस्ताद शाहकोटी के नाम जिक्र दुनियां भर में किया। उन्होंने पूरी दुनियां को बताया कि उनके गुरु उस्ताद पूरन शाहकोटी है। गायक ने कहा कि आज एक सुर खामोश हो गया, जोकि बब्बर शेर गायक था। शाहकोटी ने कभी किसी को गलत शब्द नहीं कहे और वह सुरे में हमेशा लीन रहे है। ऐसे इंसान के दुनियां के जाने से काफी नुकसान होता है। इस दौरान उन्होेंने परमात्मा से उनको अपने चरणों में स्थान देने की अरदास की।