जालंधर, ENS: पंजाब में किसानों द्वारा धान की खरीद और लिफ्टिंग के मामले में जहां आप पार्टी और भाजपा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्योप लगा रही है। वहीं कांग्रेस के बाद अब अकाली दल भी किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतर गई है। इसी के चलते आज शिरोमणि अकाली दल द्वारा डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया। अकाली दल का यह प्रदर्शन सुबह 11 बजे किया गया। जहां शिअद के कुलवंत सिंह मन्नन की अगुवाई में किसानों की धान और लिफ्टिंग के मामले में डीसी डॉक्टर हिमांशु अग्रवाल को मांग पत्र सौंपा। मामले की जानकारी देते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा कि केंद्र द्वारा पंजाब सरकार की मदद नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें पहले से ज्ञात था। इसकी वजह बताते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा कि क्योंकि उनका केंद्र के साथ संघर्ष जारी है। नेता का कहना है कि केंद्र से एमएसपी को लेकर काफी समय से बात चल रही है। वहीं पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीएम भगवंत मान को पता था कि आने वाला समय किसानों के लिए संघर्ष से भरा रहेंगा। ऐसे में उन्हें पहले से ही किसानों को लेकर पुख्ता इंतजाम करने चाहिए थे। वहीं उन्होेंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 44 हजार करोड़ रुपए पंजाब सरकार को दिए जा चुके है, ऐसे में अब दोनों सरकारों द्वारा एक दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे है। वहीं केंद्र पर हमला बोलते हुए नेता ने कहा कि पीएम मोदी सरकार बदले की राजनीति पर उतर गई है। अकाली दल ने आने वाले दिनों को लेकर जारी संघर्ष के बारे में कहा कि उनका किसानों के प्रति संघर्ष जारी रहेंगा। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब में किसान जिंदा है तो ही हम सभी जिंदा रह सकते हैं।
बता दें कि पंजाब में धान खरीद और डीएपी खाद की कमी को लेकर 5 नवंबर यानी आज शिरोमणि अकाली दल द्वारा पूरे राज्य में प्रदर्शन का ऐलान किया था। शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से 5 नवंबर को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के आदेश दिए थे। भूंदड़ ने कहा था कि इससे सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की जाएगी। पंजाब में धान की खरीद न होने से पूरे पंजाब के किसानों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है। पंजाब भर में किसान अपना माल बेचने के लिए लगातार 15-20 दिन से मंडियों में बैठे हैं, लेकिन न तो खरीद हो रही है और न ही उठान की व्यवस्था ठीक से हो रही है।
