जालंधर, ENS: सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने के मामले में एडवोकेट की गिरफ्तारी के लेकर सफाई कर्मियों की यूनियन ने कंपनी बाग चौक में केंद्र के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए पुतला फूंका। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूते फेंकने की कोशिश करने के मामले में वकील राकेश किशोर के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की है। कर्मियों का कहना हैकि इस घटना को लेकर एससी समाज को गहरा दुख हुआ है। केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एडवोकेट के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके गिरफ्तार नहीं की गई तो 2018 वाला दिन दोबारा केंद्र को याद दिलाएंगे। अगर वकील की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।
बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने सख्त कार्रवाई की है। एसोसिएशन की कार्यकारिणी समिति ने उनके टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन को रद्द करने के साथ ही उनका प्रवेश पास (एंट्री पास) भी निरस्त कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी समिति ने वीरवार यानी बीते दिन एक संकल्प पारित किया, जिसमें इस घटना को सीरियस मिसकंडक्ट बताया गया।
गौर हो कि सीजेआई पर जूता फेंकने की कोशिश का मामला 6 अक्टूबर को सामने आया था। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी समिति ने कहा कि इस प्रकार का अनुशासनहीन और अशिष्ट व्यवहार किसी भी कोर्ट के अधिकारी के लिए बिलकुल अनुचित है। यह पेशेवर आचार संहिता, कोर्ट के शिष्टाचार और सुप्रीम कोर्ट की गरिमा के खिलाफ है। समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि वकील राकेश किशोर का यह व्यवहार न्यायिक स्वतंत्रता, अदालत की कार्यवाही की पवित्रता और बार और बेंच के बीच लंबे समय से चले आ रहे पारस्परिक सम्मान और विश्वास के संबंधों पर एक सीधा प्रहार है।
एससीबीए की कार्यकारिणी समिति ने विस्तृत विचार-विमर्श के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि राकेश किशोर का एसोसिएशन का सदस्य बने रहना संगठन की गरिमा और अनुशासन के अनुरूप नहीं है। इसलिए, तत्काल प्रभाव से उनकी सदस्यता समाप्त की जाए और उनका नाम एसोसिएशन के सदस्यों की सूची से हटा दिया जाए। इसके साथ ही राकेश किशोर को एससीबीए की ओर से कोई सदस्यता कार्ड जारी किया गया था, उसे भी निरस्त और जब्त कर लिया गया है।