जांच मे हुआ चौकाने वाला खुलासा
जालंधर, ENS: एसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख के नेतृत्व देहात पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर एक फर्जी डकैती के मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है। दरअसल, नकोदर-मलसियां इलाके में कथित तौर पर 2 लाख रुपए की चोरी की घटना फाइनेंस कंपनी के 2 कर्मचारियों द्वारा कंपनी के फंड का दुरुपयोग करने के प्रयास में रची गई थी, जोकि यह घटना फर्जी पाई गई। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान सुरजीत सिंह निवासी नकोदर और सैम निवासी आदमपुर जालंधर के रूप में हुई है।
दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश से संबंधित प्रावधानों सहित भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। देहात पुलिस के एसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख ने बताया कि उनकी टीम को आपातकालीन हेल्पलाइन 112 पर फोन आया था। जिसमें नकोदर-मलसियां रोड पर डकैती की सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा, “हमारी आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। जिसके बाद एसएचओ शाहकोट, एसएचओ नकोदर और सीआईए स्टाफ टीम ने डीएसपी नकोदर की देखरेख में जांच शुरू की।” जांच दौरान सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि ऐसी कोई डकैती नहीं हुई थी।
जिसके बाद उनकी टीम को सुरजीत सिंह पर संदेह पैदा हुआ, जिसने कंपनी के फंड को डायवर्ट करने के लिए अपराध की झूठी सूचना दी थी। प्रारंभिक जांच के दौरान, दोनों व्यक्तियों ने डकैती की झूठी सूचना देने की बात कबूल की, क्योंकि उन्हें लगा कि वे बिना किसी परिणाम के बच सकते हैं। आगे की जांच में पता चला कि कर्मचारियों ने जानबूझकर अपने कपड़े फाड़कर हिंसक डकैती की नकल की थी, ताकि चोरी की गई रकम को बराबर-बराबर बांट सकें। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से साजिश का पर्दाफाश हो गया और गबन की गई रकम की पूरी वसूली हो गई। एसएसपी खख ने ईआरवी टीमों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की, जो अपराधियों को पकड़ने और कंपनी के धन की हेराफेरी को रोकने में सहायक रही।
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