जालंधर, ENS: पंजाब में बरसात का कहर जारी है। हालांकि प्रशासन द्वारा लगातार राहत कार्य किए जा रहे है। वहीं गिद्दड़पिंडी में रेलवे ट्रैक भी सतलुज दरिया के पानी में डूबता हुआ दिखाई दे रहा है। दूसरी ओर नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एन.डी.आर.एफ.) की टीमों और स्थानीय गोताखोरों ने साहसिक कार्रवाई करते हुए सतलुज नदी पर बने गिद्धड़पिंडी रेलवे पुल के नीचे फंसी झाड़ी को हटाया।
जिससे रुकावट दूर होकर 2 लाख क्यूसेक पानी का सुचारू ढंग से चलाया। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल और एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने व्यक्तिगत रूप से इस ऑपरेशन की निगरानी की। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ के साथ-साथ रेलवे टीम को भी तुरंत बुलाया। अधिकारियों ने बताया कि जंगली झाड़ी नदी के प्राकृतिक बहाव में रुकावट पैदा कर रही थी, जिससे इस स्थान पर रुकावट का संभावित खतरा बन रहा था, जिसके कारण पिछले वर्षों में गांवों में बाढ़ आई थी।
झाड़ी को सफलतापूर्वक हटाने के बाद डीसी ने स्थानीय गोताखोरों और एन.डी.आर.एफ. की टीमों के अथक प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस मुहिम के तहत एक संभावित खतरे को टाल दिया है। उल्लेखनीय है कि बेई और सतलुज नदी गिद्धड़पिंडी से पहले मिलती हैं। नदी का मार्ग साफ करने के इस साहसिक कार्य ने कई गांवों को फिलहाल बचा लिया, जो शायद बाढ़ के खतरे का सामना कर सकते थे। इस तरह की समस्याओं के कारण पिछले वर्षों में आसपास के गांवों में बाढ़ आई थी।