विधायक परगट ने पंजाब बॉर्डर बंद किए जाने और गुजरात के खुले रहने का उठाया मुद्दा
जालंधर, ENS: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे है। वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने केंद्र पर निशाने साधे है। उन्होंने कहा कि इस घटना में सुरक्षा में चूक हुई है और इसे भाजपा के नेता भी मान रहे है। इस चूक को लेकर विचार करना बड़ा विषय है। परगट सिंह ने घटना को लेकर कड़ी निंदा की है और कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा देश के साथ खड़ी है और खड़ी रहेंगी। केंद्र द्वारा पंजाब का बॉर्डर बंद किए जाने को लेकर परगट सिंह ने कहा कि इसे तो केंद्र द्वारा बंद कर दिया, लेकिन आज भी गुजरात का बॉर्डर खुला हुआ है। यह पंजाब के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जाता है।
पंजाब के लोग भी व्यापार करके हालात को ठीक करना चाहते है। उन्होंने कहा कि मुंबई में ताज होटल पर 26/11 को हुए आतंकी हमले के दौरान भी गुजरात के बॉर्डर को बंद नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि जब भी बॉर्डर बंद होता है तो पंजाब का ही बॉर्डर बंद होता है। ऐसे में भाजपा को अपने कार्यक्रम की समीक्षा करनी चाहिए। वहीं बीबीएमबी मामले में पंजाब और हरियाणा के पानी के मसले को लेकर भाजपा द्वारा पंजाब पर लगाए जा रहे गंभीर आरोपो पर विधायक ने कहा कि उन्हें भाजपा से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार ने डैम सेफ्टी एक्ट को लेकर पंजाब के साथ काफी धक्का किया है। 2021 में यह कानून बना है, लेकिन सीएम मान ने इस कानून पर कोई बात नहीं की।
आज पंजाब में आप पार्टी द्वारा धरने लगाए जा रहे है। विधायक ने कहा कि धरने की जगह पंजाब विधानसभा में पंजाब राज पूर्ण गठन की धारा 78, 79 और 80 एक्ट को रद्द किया होता तो शायद यह स्थिति ना बनती है। सीएम मान द्वारा कहा जा रहा है कि बीबीएमबी पर 60 प्रतिशत पंजाब का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कल जो भाजपा द्वारा 8-1 से पंजाब के खिलाफ हुआ है, वह कैसे हो गया। परगट सिंह ने कहा कि पंजाब के साथ भाजपा पहले भी धक्का करती आ रही है। पंजाब से पहले भी पानी गलत ढंग से दोनों राज्यों को दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में डैम में पानी का स्तर पहले ही कम है। लेकिन उसके बावजूद उस एक्ट की दूर-वरतों करते हुए हरियाणा को पानी देने का फैसला किया है। परगट ने कहा कि हम सभी को इस मामले में एक साथ मिलकर हल करना चाहिए। विधानसभा का सेशन सीएम मान को बुलाना चाहिए और इस मामले में एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। वहीं पंजाब राज पूर्ण गठन के एक्ट को रद्द करना चाहिए। दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी द्वारा पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत सरकार पर निशाना साधने के मामले में विधायक का ने कुछ भी कहने से गुरेज किया। उन्होंने कहा कि 43 किलो आरडीएक्स मामले में 40 जवानों के शहीदी को लेकर कहाकि आज तक उसकी जांच पूरी नहीं हुई है।