सिखों ने किया पार्षद शैरी चड्ढा का विरोध
जालंधर, ENS: कपूरथला चौक के पास शराब के ठेके को बंद करवाने को लेकर निहंग सिंह पहुंचे। जहां शराब के ठेकदार और निहंग सिंहो में भारी हंगामा हो गया। वहीं घटना की सूचना मिलने पर भारी मात्रा में पुलिस और कांग्रेस पार्षद शैरी चड्ढा पहुंचे। जहां पुलिस द्वारा मामले को शांत करवाया गया। वहीं इस मामले को लेकर आवाज ए कौम के जत्थेबंदी के हरजिंदर जिंदा ने बताया कि यहां पर श्री गुरु रामदास मार्ग के नाम की मार्किट बनी हुई है। मार्किट में खुले शराब के नए ठेके खुलने को लेकर सिखों द्वारा विरोध जताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विरोध जताने को लेकर पार्षद शैरी चड्ढा द्वारा कहा जा रहा है कि उन्हें क्या अधिकार है। जिसको लेकर निहंग सिंह द्वारा मामला गरमा गया। वहीं एक व्यक्ति ने पुलिस की मौजूदगी में कहा कि घटना स्थल पर चिट्टा बिक रहा है। ऐसे में सिख व्यक्तियों ने कहा कि वह बताए कि कहां पर चिट्टा बिक रहा है।
वहीं जत्थेबंदी के मंजीत सिंह ने कहा कि मार्किट श्री गुरु रामदास के नाम पर राजिस्ट्रर मार्किट है। ऐसे में मार्किट के लोगों द्वारा नया शराब का ठेका खुलने को लेकर विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि अब जल्द ठेका खुलने से प्रयास किए जा रहे है, जिसको लेकर आज विरोध किया गया। मौके पर पहुंचे प्रशासन ने अब ठेके खुलने के मामले में कुछ दिनों का समय मांगा है, उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीति नेता ठेका खुलने को लेकर मौके पर आ गए। वहीं अन्य व्यक्ति ने कहा कि शैरी चड्ढा यह बताए कि वह शराब का ठेका खुलने के हक में मौके पर क्यों आए है। एक तरफ शैरी खुलकर बताए कि वह ठेका खुलने या बंद करने के हक में है। उन्होंने कहा कि एक्साइज अफसरों ने दोपहर 3 बजे तक मिलने का समय दिया है। सिख व्यक्तियों का कहना है कि अधिकारियों ने भी समस्या सुनी और ठेका ना खुलने का आश्वासन दिया है।
वहीं दूसरी ओर पार्षद शैरी चड्ढा का कहना है कि मार्किट राजिस्ट्रर नहीं है। मार्किट के पास ही सिगरेट-बीड़ी का खोखा खुला है। वहीं 10 सालों से शराब का ठेका खुला है। शैरी चड्ढा ने कहा कि उनकी ओर से चाहे सारे ठेके बंद करवा दिए जाए उन्हें कोई एतराज नहीं है। लेकिन एक प्रशासन के दायरे में रहकर लीगल तरीके से काम किया जाए तो ही बेहतर है। यह नहीं कि ताले लगा देंगे, दुकाने बंद कर देंगे या धक्के से दुकानें बंद करवाई जाए वह उन चीजों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अगर ठेका खुलने से एतराज है तो वह डीसी दफ्तर में जाकर उन्हें मांग पत्र दें, एक्साइज दफ्तर में अधिकारियों को मांग पत्र देकर विरोध जताया जा सकता है। शैरी ने कहा कि वह कौम के खिलाफ नहीं है, सारा शहर अपना है। ऐसे में अगर सभी दुकानों को बंद करवाया जाएगा तो लोग अपने घरों का गुजारा कैसे करेंगे। शैरी ने कहा कि किसी एक व्यक्ति को टारगेट ना किया जाए और सड़कों को बंद ना किया जाए। इसी बात को लेकर वह नाराज हो गए और उनके साथ विवाद करने लग गए।