जालंधरः शहर के सर्राफा बाजार में एक अजीब सी चुप्पी छाई हुई है। इस चुप्पी के पीछे का कारण हाल ही हुआ एक बड़ा घोटाला बताया जा रहा है। जानकारी अनुसार करोड़ों के सोने के गहनों के साथ कई सुनार गायब हो गए हैं, जिनका कुछ भी अता-पता नहीं है।
सूत्रों की मानें तो गायब इन सुनारों के पीछे एमसी एक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) ट्रेडिंग में हुए भारी नुकसान को माना जा रहा है। एम.सी.एक्स एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जहां सोने, चांदी और अन्य धातुओं की खरीद-फरोख्त होती है। गायब सुनारों ने इस ट्रेडिंग में करोड़ों का निवेश किया था। बाजार की अस्थिरता और अनुभव की कमी के चलते उन्हें बड़ा घाटा उठाना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार इन छोटे सुनारों को एमसी एक्स ट्रेडिंग में धकेलने का काम सर्राफा बाजार के 2 से 3 बड़े व्यापारियों ने मिलकर किया है। जिनमें से एक व्यापारी पिछले काफी सालों से हवाले का भी काम कर रहा है। छोटे ज्वैलरों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए एमसी एक्स में खाता खुलवाने के लिए मजबूर किया गया। इस ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का लालच दिया गया। जब छोटे सुनारों को नुकसान हुआ तो बड़े व्यापारी उनसे मोटा ब्याज वसूलने लगे। इस प्रक्रिया में छोटे सुनार कर्ज के जाल में फंस गए और उन्होंने सोना व्यापारियों के सोने का दुरुपयोग किया।
पुलिस में शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। घोटाले के खुलासे के बाद से पुलिस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं? अब तक न तो किसी आरोपी को पकड़ा गया है और नही गायब हुए सोने का कोई सुराग मिला है। सर्राफा बाजार के व्यापारी भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।