जालंधर, ENS: नगर निगम की टीम ने रंगला वेहड़ा कॉम्प्लेक्स सील कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार तहबाजारी विभाग के सुपरिंटैंडैंट मंदीप सिंह मिट्ठू ने कार्रवाई करते हुए रैडक्रॉस मार्कीट के पास स्थित रंगला वेहड़ा परिसर को सील कर दिया है। मिट्ठू के अनुसार, इस प्रोजैक्ट का ठेका काफी समय पहले समाप्त हो चुका था, लेकिन बार-बार नोटिस देने के बावजूद इसे खाली नहीं किया गया, जिसके चलते यह कदम उठाया गया।
बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट की अलॉटमैंट और प्रबंधन में कथित लापरवाही तथा अनियमितताओं को लेकर चंडीगढ़ तक शिकायतें पहुंच चुकी हैं। रंगला वेहड़ा प्रोजैक्ट की शुरुआत पूर्व लोकल बॉडीज मंत्री स्व. चौधरी जगजीत सिंह के कार्यकाल में बीओटी (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) आधार पर हुई थी, जिसे प्रारंभ में एक 2020 में निजी फर्म को अलॉट किया गया था। अनुबंध समाप्त होने पर कंपनी ने इसे निगम को लौटा दिया, जिसके बाद यह कई वर्षों तक निगम के नियंत्रण में रहा। जिसके बाद में 2022 में यह प्रोजेक्ट अमृतसर की एक कंपनी को अलॉट कर दिया गया।
फरवरी 2024 में उस कंपनी का अनुबंध समाप्त हो गया, लेकिन निगम की लापरवाही के कारण, कई महीनों तक कुछ लोगों ने इस पर कब्जा बनाए रखा। इस दौरान प्रोजेक्ट का स्वरूप बदल गया और वहां एक बड़ा शोरूम बना दिया गया। निगम ने वहां बने शेड को हटाने की कोशिश भी की गई थी। बताया जा रहा हैकि 2024 में कांट्रैक्ट खत्म होने के बाद निगम प्रशासन ने परिसर ऐसे लोगों को अलॉट कर दिया था, जो इसके पात्र नहीं थे। शिकायत चंडीगढ़ पहुंचने के बाद अब इस परिसर को सील किया गया। हाल ही में नगर निगम ने शहर की पार्किंग साइट्स की ई-नीलामी की थी, जिसमें रंगला वेहड़ा साइट सबसे महंगे दाम पर अलॉट हुई थी।