जालंधरः बर्ल्टन पार्क में नगर निगम ने 56 पेड़ों की नीलामी रखी थी, लेकिन हरियाली प्रेमियों के विरोध के बीच इसे रोकना पड़ा। नगर निगम की तरफ से एक दिन पहले ही पेड़ों की नीलामी की सूचना जारी की गई थी। इसके बाद अलग-अलग जगहों से दो दर्जन से अधिक लोग नीलामी में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
निगम के कार्यकारी इंजीनियर जसपाल सिंह, जूनियर इंजीनियर तरनप्रीत सिंह और स्टाफ पहुंचा था। स्टाफ ने जैसे ही पेड़ों की नीलामी में हिस्सा लेने वाले वालों की लिस्ट बनानी शुरू की तो बर्ल्टन पार्क एक्शन कमेटी के फाउंडर मेंबर हरीश शर्मा ने कहा कि पार्क में पेड़ काटना पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। उन्होंने निगम अफसरों को आदेश की कॉपी दी। जैसे ही नीलामी में हिस्सा लेने आए ठेकेदारों ने कानूनी केस की बात सुनी तो द्वंद में पड़ गए, लेकिन वे निगम अफसरों की तरफ से नीलामी रोके जाने का इंतजार कर रहे थे। अंत में नीलामी रोकने की घोषणा हुई और ठेकेदार लौट गए।
इसके बाद एक्शन कमेटी मेंबर्स ने अगली रणनीति के बारे में भी विचार-विमर्श किया। नीलामी में बर्ल्टन पार्क में 12 साल से हरियाली की सेवा कर रहे बुजुर्ग पहुंचे थे। उनकी अगुवाई कर रहे हरीश शर्मा ने कहा कि पहले नगर निगम ने क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए पेड़ काटने की कोशिश की थी। मामले में एक्शन कमेटी ने जनहित याचिका दायर की थी। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने अक्टूबर 2013 में इस मामले में कहा था कि सभी क्लियरेंस लेने के बाद ही पार्क में काम हो सकेगा। इसके बाद नगर निगम ने शुक्रवार को पेड़ों की नीलामी रख ली।
स्पोर्ट्स हब प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों की कटाई के बारे में कोई भी पब्लिक हेयरिंग नहीं रखी गई। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के बाद आज तक जो पेड़ कटने से बचे थे, आज उन्हें दोबारा काटने की तैयारी की गई। हरीश शर्मा ने पार्क के अंदर पेड़ों के बीच बनाए गए कूड़े के डंप का मामला भी हाईकोर्ट में रखेंगे। कूड़ा पेड़ों के बीच फेंका जा रहा है। बारिश का पानी कूड़े के प्रदूषण के साथ वातावरण गंदा कर रहा है।
उधर, नगर निगम की टीम को 2013 से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले की कॉपी दिखा दी गई है। हरियाली प्रेमियों ने कहा कि पेड़ों की कटाई की मंजूरी देने वाले सारे अफसरों को केस में पार्टी बनाएंगे। इसमें जंगलात विभाग के अफसर, निगम की बागबानी शाखा, स्पोर्ट्स हब की प्लानिंग से जुड़े अफसर शामिल हैं। नीलामी की वीडियोग्राफी की गई है। यह रिकॉर्ड भी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में रखेंगे। हरियाली प्रेमियों ने कहा कि बर्टन पार्क घनी आबादी के बीच बनी पुरानी ग्रीन बेल्ट है। ये पेड़ एरिया के फेफड़े हैं। यहां विकास हरियाली के संरक्षण के साथ होना चाहिए न कि पेड़ों की कटाई करके।