जालंधर, ENS: देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के नए जेएन.1 वेरिएंट के मामलों में इजाफा होने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने भी पूरे राज्य में कोविड सर्विलांस बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं जालंधर में मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सतिंदरजीत सिंह ब्जाज से बात की गई तो उनका कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट के बारे में उन्हें पता चला है कि मुबंई में एक मरीज आया है। लेकिन डब्ल्यूएचओ की ओर से अभी तक कोई गाइडलाइंस जारी नहीं की गई। अगर कोई गाइडलाइंस आती है तो लोगों को इसके लिए सुचेत किया जाएगा।
पंजाब में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल हो गया। हीटवेव के कारण सड़कों पर दोपहर के समय सन्नाटा पड़ने लगा है। दुकानदारों के व्यापार में भी गिरावट आ गई है। वहीं हीटवेव के कारण लोग बीमार हो रहे है और प्राइवेट अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने रही है। दूसरी ओर सरकारी अस्पताल की बात करें तो सिविल अस्पताल में हीटवेव में बीमार हो रहे मरीजों के लिए सिविल अस्पताल में पुख्ता प्रबंध किए गए है। इसके लिए अस्पताल में ओरआरस, आईसपेक सहित अन्य प्रबंध किए गए है। वहीं मरीजों के लिए स्पेशल बने आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें 4 बेड रखे गए है। डॉक्टर का कहना है कि अभी तक कोई मरीज अस्पताल में नहीं आया है। लेकिन अगर कोई मरीज आताा है तो उसे उचित ट्रीटमेंट के लिए सभी सुविधाएं अस्पताल में उपलब्ध है।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सतिंदरजीत सिंह ब्जाज ने हीटवेव को लेकर कहा कि अचानक मौसम ने करवट ली है। दरअसल, पहले मौसम 25 डिग्री तक चल रहा था, वह अब अचानक 42 डिग्री तक पहुंच गया है। ऐसे में बढ़ रहे तापमान को लेकर आम जनता को सेहत का ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने जनता से अपील की है कि अधिकतम ठंडी जगह पर रहे। दोपहर के 11 बजे के समय से लेकर 4 बजे तक तापमान अधिक होने से हीटवेव से बचना चाहिए। इसके बाद के समय में घर से बाहर लोग निकले, अगर जरूरी काम हो तो सिर पर गीला कपड़ा करके या फिर छाता लेकर निकलें। इस दौरान हीटवेव के चलते लिक्वड का सेवन जरूर करें। थोड़ी-थोड़ी देर बाद ओआरएस, नींबू पानी, कांजी सहित अन्य चीजों का सेवन करें। इस दौरान बाहर निकलने के दौरान लाइट कपड़े पहने चाहिए।