जालंधरः दुनिया के सबसे उम्रदराज एथलीट फौजा सिंह (114) का आज दोपहर अंतिम संस्कार है। पंजाब के जालंधर स्थित उनके पैतृक गांव ब्यास पिंड में उन्हें अंतिम विदाई दी गई। सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर साढ़े 12 बजे तक शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था जिसके बाद अब शव को उठा लिया गया है और सभी लोग नम आंखों के साथ श्मशान घाट की तरफ रवाना हुए।
इस मौके पर पहुंचे राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। कुछ ही देर में सीएम भगवंत मान भी यहां पर पहुंचेंगे। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से भी परिवार को एक पत्र भेजा गया है। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत व वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा व अन्य नेता भी पहुंचे।
कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने फौजा सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि फौजा सिंह ने सारी जिंदगी अपने पंजाब और देश के लिए नाम कमाया और पूरी दुनियां में जिला का नाम रोशन किया। उन्होंने अपना जीवन स्पोर्ट्समैन के साथ-साथ सादगी भरा जीवन जिया। उन्होंने कहा कि जब तक दुनिया है, फौजा सिंह का नाम रहेगा। उन्होंने पंजाब सरकार की और से फौजा सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें नमन किया।
वहीं वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि वह गुरु महाराज से अरदास करते हैं कि वह उन्हें अपने चरणों में जगह दे और उन्हें परिवार को इस दुख की घड़ी में दुख सहने का बल दें। उन्होंने कहा कि फौजा सिंह एक बेहतरीन प्रेरक थे, वे हमेशा दस्तार सजाकर दौड़ते थे। वे खुद कहते थे, “अगर मैं दौड़ूंगा, तो दस्तार सजाकर ही दौड़ूंगा।” उनमें एक जुनून था। हालांकि वे किसी ओलंपिक में भाग नहीं ले पाए, लेकिन 2002, 2004, 2008 में वे हमेशा मशाल लेकर सबसे पहले दौड़े। उन्होंने किसी भी खेल में भाग न लेकर खुद को एक अलग मुकाम पर स्थापित किया। हालांकि वे विदेशी धरती पर रहते थे, लेकिन उन्हें अपने गांव की मिट्टी से बहुत लगाव था।