जालंधर, ENS: कोर्ट में बार एसोसिएशन ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज बार एसोसिएशन ने नो वर्क डे का ऐलान किया है। दरअसल, एडवोकेट मंदीप सचदेवा को मिली धमकी को लेकर कार्रवाई ना किए जाने पर कोर्ट में आज नो वर्क डे रखा गया है। बार एसोसिएशन द्वारा पुलिस की लापरवाही और पक्षपात को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है। बार एसोसिएशन ने पुलिस के इस रवैये को आपत्तिजनक और संवेदनहीन बताया है। बार एसोसिएशन जालंधर के प्रधान आदित्य जैन का कहना है कि उनके वकील साथी मंदीप सिंह सचदेवा के को रंगदारी के लिए डिमांड की गई।
आरोपी ने वकील के परिवार को नुकसान पहुंचाने की भी बात कही। उक्त मामले में पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की, मगर एफआईआर में धाराएं तक पूरी नहीं लगाईं। हमने ट्रैप लगाकर उक्त व्यक्ति को पैसे लेने आने के लिए कहा। जिसके बाद शेखां बाजार का सैम नाम का युवक पैसे लेने के लिए आया। पुलिस की सीआईए स्टाफ ने ट्रैप लगाया हुआ था, तो उसने उक्त युवक को पकड़ लिया। मगर पुलिस ने कुछ देर बाद उक्त युवक को छोड़ दिया कि वह पीड़ित है। प्रधान जैन ने आगे कहा- अगर कोई व्यक्ति रंगदारी के पैसे लेने ही आ गया, तो वह निर्दोष कैसे हुआ। मगर पुलिस ने जवाब दिया कि हमने जांच कर रही है, उक्त व्यक्ति निर्दोष है।

पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के उक्त युवक को घर भेज दिया। जैन ने सैम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सैम ने वकील के पारिवारिक सदस्यों को आपत्तिजनक चीजें कहीं और अलग अलग सोशल मीडिया अकाउंट्स से भद्दी शब्दावली वाला कंटेंट डालना शुरू कर दिया गया। हमने इस बारे में पुलिस से बात की तो उक्त कंटेंट हटवा दिया गया। जैन ने कहा, मामले की जांच केंद्रीय एजेंसियों से करवाई जाए, जिससे मामले में उचित कार्रवाई हो सके। पिछले करीब डेढ़ से दो साल तक ऐसा कर करके आरोपी ने काफी पैसा इकट्ठा किया होगा। पुलिस के साथ हम बातचीत कर रहे हैं। हमारा मांग है कि केस में धाराएं अच्छे से लगाईं जाएं और दूसरा मामले में केंद्रीय एजेंसियों से जांच करवाई जाए, जिससे मामला क्लियर हो सके।