जालंधर, ENS: पंजाब में आई बाढ़ से 14 गांव पानी की चपेट में आ गए है। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के चांसलर अशोक मित्तल ने घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण जिन परिवारों ने अपने प्रियजन खो दिए हैं। उनके एक सदस्य को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में नौकरी दी जाएगी। पंजाब हमेशा एक के बाद एक त्रासदी को सहन करता है।
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विदेश हमले अगर हुए तो सबसे पहले पंजाब में हुए। बंटवारे में पंजाब को बांटा गया, उग्रवाद भी पंजाब में आया। लेकिन बंटवारे के बाद आज पंजाब में सबसे बड़ी त्रासदी आई है। 1988 की बाढ़ के बाद आज जो बाढ़ आई है, यह उससे भी बड़ी है। उन्होंने कहा कि पंजाब इस समय काफी बड़ी त्रासदी से गुजर रहा है। 1900 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है। 15 प्रतिशत इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए है। 4 लाख एकड़ जमीन बाढ़ की चपेट में आ गई है। 5 लाख से अधिक परिवार इस आपदा से गुजर रहे है।
23 जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए है। उन्होंने कहा कि इन हालातों पर लोगों की मदद के लिए सरकार द्वारा लगातार राहत कार्य किए जा रहे है। अरविंद केजरीवाल भी लगातार बाढ़ के हालातों का जायजा ले रहे है और बीते दिन उन्होंने सुल्तानपुर लोधी में जाकर गांवों का जायजा भी लिया है। उन्होंने कहाकि संस्थाएं और अन्य धार्मिक संस्थान बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद कर रहे है। सासंद ने कहा कि अभी भी कुछ जगहों पर पानी बढ़ रहा है। पानी का लेवल कम होने के बाद जो हालात सामने आएंगे वह बेहद भयानक होंगे।
दुनियां में कहीं त्रासदी होती है तो पंजाबी सबसे आगे आए और उन्होंने खुलकर मदद की है। लेकिन आज समय आ गया है कि देश पंजाब के साथ खड़ा हों और उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि खेती के लिए जमीन पर रेत आने से काफी खराब हो गई है। लोगों के घर टूट गए है, ऐसे में दोबारा बनाने में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि जिन 43 लोगों की बाढ़ से मौत हो गई है, वह उन परिवारों के साथ खड़े है। उन्होंने ऐलान किया है कि इन 43 परिवारों में से प्रत्येक मेंबर को उनकी काबलियत के मुताबिक परमानेंट नौकरी देंगी।